पीएम आवास योजना का निर्माण रुकवाने के लिए अवध विहार में हिंसा, जेई का हाथ टूटा
परिषद के जेई, ठेकेदार और मजदूरों की पिटाई। कई बाइकें तोड़ीं, लगाई आग, पीएसी, पुलिस और प्रशासन ने मिल कर किया हालत पर काबू।
लखनऊ, जेएनएन। प्रधानमंत्री आवास योजना का काम रोकने पहुंचे रंगदारी के आरोपी राकेश यादव और उसके साथियों ने अवध विहार योजना सेक्टर 10 में शुक्रवार को जमकर हिंसा की। आवास विकास परिषद के अवर अभियंता जयनाथ मिश्र और ठेकेदार को काम न रोकने पर पिटाई की। इससे अवर अभियंता का दाहिना हाथ टूट गया। इसके साथ ही कई मजदूरों के सिर भी फूटे।
करीब आधा दर्जन बाइकों में तोडफ़ोड़ कर कई में आग लगा दी। वहीं पीजीआई कोतवाली की तैनात टुकड़ी मौके से फरार हो गई। करीब एक घंटे बाद एसडीएम सरोजनी नगर, एसपी पूर्वी और प्रभारी सीओ कैंट ने मौके पर पहुंच कर हालात को काबू किया। घायलों की प्राथमिक चिकित्सा इलाज निजी अस्पताल में करवाया गया। मौके पर पीएसी की टुकड़ी लगा कर काम शुरू करवा दिया गया है। आरोपियों की तलाश में पुलिस उनके ठिकानों पर दबिश दे रही है।
सेक्टर 10 अवध विहार योजना में पीएम आवास निर्माण कार्य चल रहा है। वहां खुद को भाकियू राजू गुप्ता गुट का किसान नेता कहने वाला राकेश यादव किसी मुजाहिद नाम के व्यक्ति के साथ पहुंचा। आरोप है कि ये लोग काम रुकवा कर अवैध वसूली करते हैं। दो दिन पहले राकेश यादव के खिलाफ पीजीआइ कोतवाली में रंगदारी का मुकदमा दर्ज है। सुबह बड़ी संख्या में वह अपने समर्थकों संग काम बंद कराने पहुंच गया।
वहां मौजूद आवास विकास परिषद के अवर अभियंता जयनाथ मिश्र ने काम बंद करने से मना कर दिया। इसे लेकर उनके साथ मारपीट की। ठेकेदार रंजीत यादव और उनके साथी जमुना प्रसाद के दाहिने हाथ में चोट आई है। घटना के बाद मौके पर तैनात वृंदावन चौकी की पुलिस फरार हो गई। करीब एक घंटे बाद एसडीएम सरोजनी नगर चंदन पटेल पहुंचे। एसपी उत्तरी अनूप सिंह प्रभारी सीओ कैंट चक्रेश मिश्र के अलावा पुलिस और पीएसी मौके पर पहुंची। तब तक आरोपी यहां से फरार हो गए।
आरोपियों की तलाश में दबिश, घोषित होंगे भूमाफिया
एसडीएम सरोजनी नगर चंदन पटेल ने बताया कि आरोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। राकेश यादव को भूमाफिया में दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी।
परिषद कर्मचारियों ने जताया विरोध
परिषद के कर्मचारियों ने अवर अभियंता की पिटाई पर विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि पुलिस की अनदेखी के चलते कर्मचारियों और अधिकारियों को खतरा है। कर्मचारी नेता राजेश दुबे ने चेतावनी दी है कि कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो वह आंदोलन करेंगे।