बहराइच के पीपली के जंगल में शिकारी के हाथों बारहसिंघा ढेर, पुलिस तलाश में जुटी
अजीम नगर थाना क्षेत्र में पीपली के जंगल में कुछ लोग चोरी से वन्य जीवों का शिकार करने पहुंचे। इस दौरान एक बारहसिंघा शिकारियों के निशाने पर आ गया।
लखनऊ (जेएनएन)। बाघ की दहशत, तेंदुए की चहलकदमी, हाथियों से रौदी फसल और तमाम जंगली जीवों का बस्ती की तरफ रुख करना आए दिन समस्या बनता जा रहा है। इसके चलते दहशत में कई बार जंगली जानवर कुछ जगह तो शिकारियों के हाथों मार दिए जाते हैं। इसी तरह के एक घटनाक्रम में रामपुर के अजीम नगर थाना क्षेत्र में पीपली के जंगल में कुछ लोग वन्य जीवों का शिकार करने पहुंचे। इस दौरान बारहसिंघा शिकारियों के निशाने पर आ गया। शिकारियों ने उस पर गोली चलाई जो उसके पिछले पैरों में लगी। वह जान बचाने के लिए भागकर मेहन्दी नगर गांव में आ गया। घायल बारहसिंघा को भागते देख ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। इस पर शिकारी वहां से भाग गए।
पुलिस कर रही शिकारियों की तलाश
ग्रामीणों की सूचना पर बानी एनिमल वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष हिफाजत अली बानी अपनी टीम के साथ पहुच गए। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को भी जानकारी दी, जिस पर क्षेत्रीय वन अधिकारी केपी सिंह, वन दरोगा कुन्दन सिंह भंडारी, वन रक्षक हंसराज व अन्य कर्मचारी भी पहुंच गए। तलाश करने पर वन विभाग की टीम को वह एक खेत में मृत पड़ा मिला। वन अधिकारियों ने बारहसिंघा का शव पोस्टमार्टम के लिए कब्जे में कर लिया है। संस्था के अध्यक्ष हिफाजत की ओर से घटना की तहरीर अजीमनगर थाने में दी है, जिस पर पुलिस ने वन्य जीव अधिनियम में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस शिकारियों की तलाश कर रही है।
हाथियों ने धान की फसल रौंद डाली
बहराइच के कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के निशानगाड़ा रेंज के आजमगढ़पुरवा में हाथियों ने 50 बीघे धान की फसल रौंद डाली। किसान रात भर गोले-पटाखे दगाते रहे। इसके बाद भी हाथी खेतों में डटे रहे। निशानगाड़ा रेंज के आजमगढ़पुरवा में मंगलवार रात हाथियों का झुंड आ धमका। खेतों में लगी धान की फसल रौंद डाली। सूचना पर किसान पहुंचे भगाने का प्रयास किया। इसके बाद भी हाथी फसलों को रौंदते रहे। राम अवतार, सुरेश, परमहंस, निरंजन, अशफाक, देवराज, मंगली, जयनरायन, सुबंश, शिवचंद, रमेश व जंगली समेत अन्य किसानों की तकरीबन 50 बीघे धान की फसलों को हाथियों ने रौंद कर बर्बाद कर डाला। सुबह हाथी जंगल के ओर चले गए।