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Vikas Dubey News : MP पुलिस को मिल सकती पांच लाख इनामी राशि, UP पुलिस को पत्र का इंतजार

एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि यदि मध्य प्रदेश पुलिस लिखकर देगी कि उन्होंने विकास दुबे को गिरफ्तार किया है तो पांच लाख रुपये के इनाम की राशि उन्हें दी जाएगी।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 10:15 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 06:11 AM (IST)
Vikas Dubey News : MP पुलिस को मिल सकती पांच लाख इनामी राशि, UP पुलिस को पत्र का इंतजार
Vikas Dubey News : MP पुलिस को मिल सकती पांच लाख इनामी राशि, UP पुलिस को पत्र का इंतजार

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के मोस्टवांटेड अपराधी विकास दुबे पर घोषित पांच लाख रुपये का इनाम मध्य प्रदेश पुलिस को मिल सकता है। हालांकि इसके लिए पहले मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर की गई लिखापढ़ी को देखा जाएगा। अब यूपी पुलिस इस बाबत मध्य प्रदेश पुलिस के पत्र का इंतजार कर रही है।  यदि मध्य प्रदेश पुलिस कोई क्लेम नहीं करेगी, तो इनाम की राशि यूपी एसटीएफ को दी जाएगी।

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एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि यदि मध्य प्रदेश पुलिस लिखकर देगी कि उन्होंने विकास दुबे को गिरफ्तार किया है तो पांच लाख रुपये के इनाम की राशि उन्हें दी जाएगी। बकौल एडीजी, यह इस बात पर भी निर्भर करेगा कि मध्य प्रदेश पुलिस ने क्या लिखापढ़ी की है। हालांकि मध्य प्रदेश पुलिस ने लिखापढ़ी में मोस्टवांटेड विकास दुबे को यूपी एसटीएफ के सिपुर्द किया था। अब यूपी पुलिस इस बाबत मध्य प्रदेश पुलिस के पत्र का इंतजार कर रही है। एडीजी कहते हैं कि यदि मध्य प्रदेश पुलिस कोई क्लेम नहीं करेगी, तो इनाम की राशि यूपी एसटीएफ को दी जाएगी।

एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि अभी इनाम राशि देने को लेकर कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। ध्यान रहे, कानपुर कांड के बाद मुख्य आरोपित विकास दुबे पर तेजी से इनाम राशि बढ़ी थी और उस पर शासन ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। इसके अगले ही दिन विकास दुबे उज्जैन में नाटकीय ढंग से मंदिर में सामने आया था और एमपी पुलिस ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया था। तब एक फूल विक्रेता द्वारा सबसे पहले विकास दुबे को पहचानने की बात भी सामने आई थी। चूंकि विकास दुबे को मध्य प्रदेश में बिना कोर्ट में पेश किए ही यूपी एसटीएफ के हवाले कर दिया गया था, इसलिए उसकी गिरफ्तारी को लेकर मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा की गई लिखापढ़ी को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है।

बता दें कि कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल विकास दुबे का खेल आखिर खत्म हो गया। उसे उज्जैन से कोर्ट में पेशी के लिए लाते वक्त कानपुर शहर से पहले ही सचेंडी थाना क्षेत्र में बेसहारा जानवरों को बचाने के चक्कर में एसटीएफ की कार पलटी तो कुछ पल के लिए पुलिसकर्मी हल्की बेहोशी की हालत में आ गए। इस दौरान विकास ने एक इंस्पेक्टर की पिस्टल छीन ली और भागने की कोशिश की तो पुलिस ने उसका पीछा किया। विकास के पुलिसकर्मियों पर गोली चलाने के जवाब में एसटीएफ और पुलिस टीम के सदस्यों ने उसे ढेर कर दिया। मुठभेड़ में एसटीएफ के दो जवान भी घायल हुए हैं। इस पांच लाख रुपये इनामी हिस्ट्रीशीटर को गुरुवार सुबह उज्जैन (मप्र) के महाकालेश्वर मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया था।


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