बड़ी दबिश में अब कप्तान करेंगे पुलिस टीम को लीड, आधुनिक हथियारों से लैस रहेगी टीम
बड़ी दबिश और मामले में बुलेट प्रूफ जैकेट समेत सुरक्षा कवच के साथ जाएगी टीम जरूरत पड़ने पर डीआइजी और एडीजी स्तर के अधिकारी होंगे साथ।
लखनऊ [शोभित मिश्र]। राजधानी समेत प्रदेशभर में दुर्दांत अपराधियों के खिलाफ अब बड़े ऑपरेशन के दौरान टीम के साथ जिले के कप्तान का होना अनिवार्य कर दिया गया है। कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की शहादत से पुलिस महकमे ने सबक लेकर यह फैसला किया है।
अब बुलेट प्रूफ जैकेट, हेलमेट के साथ सुरक्षा कवच व अत्याधुनिक हथियारों के बिना किसी भी टीम का दबिश में मूवमेंट नहीं होगा। दबिश से पहले योजनाबद्ध तरीके से पूरे प्लान का खाका तैयार किया जाएगा। टीम की समय-समय पर अत्याधुनिक हथियारों की ट्रेनिंग भी कराई जाएगी। जिस हथियार का संबंधित पुलिसकर्मी को प्रशिक्षण होगा, उसे वही दिया जाएगा। सभी दबिश में अब सर्किल की पुलिस का नेतृत्व डिप्टी एसपी या एएसपी करेंगे। बड़े माफिया के खिलाफ ऑपरेशन में जिलों के कप्तान के साथ जरूरत पडऩे पर डीआइजी से लेकर एडीजी स्तर तक के अधिकारी मौके पर टीम को लीड करेंगे।
नाइट विजन डिवाइस से भी लैस होगी टीम
कानपुर की घटना में दबिश के दौरान लाइट चली गई थी। विभाग ने इसका भी तोड़ ढूंढ़ लिया है। अब दबिश के दौरान पुलिस टीम नाइट विजन डिवाइस से लैस होगी। लाइट जाने या काटने पर भी इस डिवाइस से पुलिस टीम टारगेट को आसानी से देख सकेगी।
अपराधियों की अब खैर नहीं
कानपुर की घटना के बाद प्रदेशभर के अपराधी पुलिस रडार पर हैं। पुलिस किसी को छोडऩे के मूड में नहीं है। सिर्फ लखनऊ पुलिस ने तीन दिन में 50 बड़े अपराधी चिह्नित किए हैं। साथ ही बड़े गैंग भी चिह्नित किए जा रहे हैं। रविवार को ही अंबेडकर नगर में खान मुबारक गैंग के दो बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। विकास दुबे गैंग के भी दो बदमाश मारे जा चुके हैं। अन्य की तलाश में छापेमारी चल रही है।
एडीजी जोन, लखनऊ एसएन साबत ने कहा कि बड़ी दबिश में जिलों के कप्तान और उनसे वरिष्ठ अधिकारी टीम को लीड करेंगे। सुरक्षा कवच के बिना कोई भी टीम दबिश देने नहीं जाएगी। अपराधियों से सख्ती से निपटा जाएगा। कानपुर की घटना के बाद सभी को अलर्ट किया गया है।