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UP News: उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के बाल साहित्य सम्मान घोषित, यहां देखें पूरी लिस्ट

Uttar Pradesh Hindi Sansthan द्वारा संचालित बाल साहित्य संवर्द्धन योजना के अंतर्गत Bal Sahitya Samman बाल साहित्य सम्मानों की घोषणा की गई। संस्थान में हुई बैठक में विभिन्न श्रेणियों में सम्मान के लिए चयनित नामों पर निर्णय लिया गया।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 08 Aug 2022 06:06 PM (IST)Updated: Mon, 08 Aug 2022 06:06 PM (IST)
UP News: उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के बाल साहित्य सम्मान घोषित, यहां देखें पूरी लिस्ट
लखनऊ के अजय कुमार द्विवेदी को सोहन लाल द्विवेदी बाल कविता सम्मान।

लखनऊ, [दुर्गा शर्मा]। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा संचालित बाल साहित्य संवर्द्धन योजना के अंतर्गत Bal Sahitya Samman बाल साहित्य सम्मानों की घोषणा सोमवार को कर दी गई। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा. सदानंद प्रसाद गुप्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न श्रेणियों में सम्मान के लिए चयनित नामों पर निर्णय लिया गया। बैठक में 2021 के बाल साहित्य सम्मानों पर समिति द्वारा सर्वसम्मति से विचार कर निर्णय लिया गया।

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2021 के बाल साहित्य सम्मानों की श्रेणी में सुभद्रा कुमारी चौहान महिला बाल साहित्य सम्मान दिल्ली की विमला रस्तोगी को देने की घोषणा की गई। सोहन लाल द्विवेदी बाल कविता सम्मान लखनऊ के डा. अजय प्रसून (अजय कुमार द्विवेदी) को दिया जाएगा। अमृत लाल नागर बाल कथा सम्मान के लिए बदायूं की ममता नौगरैया के नाम पर सहमति बनी। शिक्षार्थी बाल चित्रकला सम्मान अलीगढ़ के शिवाशीष शर्मा को दिया जाएगा।

लल्ली प्रसाद पांडेय बाल साहित्य पत्रकारिता सम्मान गोरखपुर के संजय वर्मा को मिलेगा। डा. राम कुमार वर्मा बाल नाटक सम्मान दिल्ली के भारतेंदु मिश्र को दिया जाएगा। कृष्ण विनायक फड़के बाल साहित्य समीक्षा सम्मान के लिए मथुरा के अंजीव अंजुम को चुना गया। जगनति चतुर्वेदी बाल विज्ञान लेखन सम्मान बाराबंकी के डा. धीरेंद्र बहादुर सिंह को दिया जाएगा। उमाकांत मालवीय युवा बाल साहित्य सम्मान बरेली के ललित मोहन राठौर 'ललित शौर्य' को मिलेगा। प्रत्येक सम्मान की धनराशि 51 हजार रुपये है। सम्मानित बाल साहित्यकारों को पुरस्कार धनराशि, अंगवस्त्र और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा. सदानंद प्रसाद गुप्त के अनुसार संस्थान हर विधा में साहित्यकारों को प्रोत्साहित करता आया है। उसी कड़ी में यह बाल साहित्य सम्मान भी हैं। बाल साहित्य की उपयोगिता समय के साथ हमेशा बढ़ती रही है। उत्कृष्ट बाल साहित्य सृजन की दिशा में यह सम्मान उत्प्रेरक का काम करते हैं। उप्र हिंदी संस्थान के निदेशक पवन कुमार ने भी सम्मान के लिए चयनित सभी बाल साहित्यकारों को बधाई दी।


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