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इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग में उत्तर प्रदेश की बड़ी छलांग, मोबाइल फोन एक्सपोर्ट के क्षेत्र में पहुंचा नंबर वन

केंद्र सरकार के वित्त विभाग के डायरेक्टर जनरल ऑफ कॉमर्स इंटेलिजेंस एंड स्टैटिस्टिक्स की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 में देश से निर्यात कुल मोबाइल फोन का 70 फीसद उत्तर प्रदेश से करीब 8213 करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट किया गया है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 06:40 PM (IST)Updated: Mon, 22 Mar 2021 06:40 PM (IST)
इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग में उत्तर प्रदेश की बड़ी छलांग, मोबाइल फोन एक्सपोर्ट के क्षेत्र में पहुंचा नंबर वन
मोबाइल फोन के निर्यात में देश में उत्तर प्रदेश नंबर वन राज्य बन गया है।

लखनऊ, जेएनएन। देश के जिस राज्य को बीमारू कहा जाता था, अब वही राज्य राष्ट्रीय ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर चमक रहा है। मोबाइल फोन के निर्यात में देश में उत्तर प्रदेश नंबर वन राज्य बन गया है। केंद्रीय वित्त विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार पिछले चार वर्षों में यूपी में इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग में 32 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश 10 बड़ी कंपनियों ने किया है। तीन सालों में यूपी से मोबाइल का निर्यात 74 फीसदी पहुंच गया है। राज्य सरकार का दावा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के बाद कारोबारी सुगमता बढ़ाने के लिए चरणबद्ध तरीके से काम किया गया। 21 अलग-अलग विभागों की नीतियां, लॉ एंड आर्डर और बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने पर काम किया। इसी का परिणाम है कि यूपी ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में देश में 14वें पायदान से दूसरे नंबर पर आया।

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केंद्र सरकार के वित्त विभाग के डायरेक्टर जनरल ऑफ कॉमर्स इंटेलिजेंस एंड स्टैटिस्टिक्स की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 में देश से निर्यात कुल मोबाइल फोन का 70 फीसद उत्तर प्रदेश से करीब 8213 करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट किया गया है, जबकि वित्त वर्ष 2019-20 में देश से निर्यात कुल मोबाइल फोन का 69 फीसद करीब 19,315 करोड़ का एक्सपोर्ट किया गया है। वित्त वर्ष 2020-21 में दिसंबर तक देश से कुल मोबाइल फोन का 74 फीसदी करीब 10,373 करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट किया गया है। देश के अन्य राज्यों में दूसरे नंबर पर दिल्ली, तीसरे पर महाराष्ट्र, चौथे पर कर्नाटक, पांचवें पर तमिलनाडु, छठे पर वेस्ट बंगाल, सातवें पर गुजरात और आठवें पर हरियाणा है। जबकि अन्य राज्य नौवें नंबर पर हैं।

सबसे ज्यादा निवेश इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग में हुआ : एमएसएमई के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में पिछले चार सालों में बदले हुए माहौल के कारण देशी ही नहीं, विदेशी कंपनियां भी निवेश कर रही हैं। प्रदेश में सबसे ज्यादा निवेश इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में हुआ है और 32,544 करोड़ से ज्यादा का निवेश 10 कंपनियों ने किया है। इसमें वर्ल्ड ट्रेड सेंटर ने 10 हजार करोड़, वीवो मोबाइल्स ने 7429 करोड़, ओप्पो मोबाइल्स इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ने 2000 करोड़, होलीटेक इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ने 1772 करोड़, सनवोडा इलेक्ट्रानिक इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ने 1500 करोड़, सैमसंग डिस्प्ले ने 1400 करोड़, केएचवाई इलेक्ट्रानिक्स इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ने 358 करोड़ और लिआनचुआंग (एलसीई) ने 281 करोड़ का निवेश गौतमबुद्धनगर में किया है।

उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात: आइआइए के चेयरमैन पंकज कुमार गुप्ता का कहना है कि प्रदेश सरकार की निवेश फ्रेंडली नीतियों के कारण प्रदेश में निवेश बढ़ा है और अब उसके परिणाम सामने आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के लिए यह गर्व की बात है कि उसने उन बड़े राज्यों को पीछे छोड़ा है, जो पहले मोबाइल फोन के एक्सपोर्ट में पहले पायदान पर थे। पहले मोबाइल फोन निर्यात के क्षेत्र में महाराष्ट्र सबसे आगे था, लेकिन अब ये स्थान यूपी ने हासिल कर लिया है।


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