Defence Expo 2020: अमेरिका और भारत के बीच बड़े रक्षा सौदों की उम्मीद : अमेरिकी राजदूत केनेथ
Defence Expo 2020 डिफेंस एक्सपो से पूर्व अमेरिकी राजदूत प्रतिनिधि मंडल के साथ मीडिया से हुए मुखातिब। उन्होंने कहा कि सिर्फ हथियार नहीं बेहतर सिस्टम विकसित करने पर जोर।
लखनऊ, जेएनएन। रक्षा क्षेत्र में अमेरिका ने कंधे से कंधा मिलाकर भारत के साथ चलने का एक बार फिर भरोसा दिलाया। यह कहते हुए कि हाल के वर्षों में इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैैं, जिसके चलते दोनों देशों के बीच बड़े रक्षा सौदों की उम्मीद है।
डिफेंस एक्सपो-2020 शुरू होने से एक दिन पहले भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर के साथ वहां के ऑफिस ऑफ डिफेंस कोऑपरेशन के चीफ कैप्टन डेनियल फिलियन, डिफेंस अटैच एडमिरल एइलीन लौबाचर ने प्रेस कांफ्रेस में एक्सपो का हिस्सा बनने पर भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय का आभार जताया। केनेथ ने कहा कि इस मौके पर भारत की डिफेंस इंडस्ट्री के हुनर और पराक्रम को दुनिया देख सकेगी। भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में डिफेंस कॉरीडोर तैयार करने का जो फैसला किया है, उससे भी दोनों देशों के रक्षा कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। इस दौरान उन्होंने डिफेंस एक्सपो की थीम डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन पर जोर देते हुए कहा कि आधुनिक युद्ध के मैदान और साझा समझ के आधार पर दोनों देश मिलकर काम कर रहे हैं। भारत और अमेरिका एक विचार रखते हैैं, इसलिए डिफेंस एक्सपो जैसे कार्यक्रम दोनों देशों के विकास के लिए सहायक साबित होंगे।
उन्होंने कहा कि डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन के दौर में ऐसे हथियार विकसित करने की जरूरत है, जो एक सिस्टम की तरह काम करें। इसके जरिए दो मित्र देश साझा सैन्य अभ्यास के दौरान एक-दूसरे के हथियारों को भी बखूबी समझ सकें, उनका आसानी से प्रयोग कर सकें। इसी क्रम में अमेरिका की लॉकहीड मार्टिन कंपनी और टाटा ग्रुप साझा तौर पर सी 130 टेल्स, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के संग एएच 64 अपाचे तैयार किए जा रहे हैैं। उन्होंने कहा दोनों देश मिलकर एक दिशा में काम कर रहे हैं।
18 बिलियन के कारोबार को बढ़ाने पर जोर
अमेरिकी राजदूत ने इस दौरान कुछ आंकड़े भी पेश किए। बताया कि दोनों देशों के बीच फिलहाल 18 बिलियन रक्षा कारोबार है जिसे जल्द ही नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा। चीन से फैले कोरोना वायरस को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि हम इस मुद्दे पर संवेदनशील हैैं। चीन का यह कहना कि हम उनका मजाक उड़ा रहे हैैं, पूरी तरह गलत है।