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यूपीएमआरसी की नई पहल, लखनऊ में पर्यावरण संरक्षण व सुपर सेवर कार्ड के प्रति लोगों को जागरुक करेगी मेट्रो टीम

यूपीएमआरसी अब छात्रों को सुपर सेवर कार्ड के फायदे बताने जा रहा है। यात्रियों को सुविधाएं देने के साथ ही कम पैसे में सफर और बेहतर वातावरण देने का काम लखनऊ मेट्रो कर रहा है। दैनिक यात्रियों के बीच कार्ड का प्रचार प्रसार मेट्रो खूब करना चाहता है।

By Vrinda SrivastavaEdited By: Published: Mon, 23 May 2022 08:35 AM (IST)Updated: Mon, 23 May 2022 08:35 AM (IST)
यूपीएमआरसी की नई पहल, लखनऊ में पर्यावरण संरक्षण व सुपर सेवर कार्ड के प्रति लोगों को जागरुक करेगी मेट्रो टीम
यूपीएमआरसी अब छात्रों को सुपर सेवर कार्ड के फायदे बताने जा रहा।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। गर्मी बढ़ते ही लखनऊ मेट्रो की राइडरशिप साठ हजार तक हो गई है। कभी-कभी यात्रियों की संख्या 65 हजार तक पहुंच जाती है। मेट्रो यात्रियों का ग्राफ प्रतिदिन एक लाख तक पहुंचाना चाहता है। इसके लिए सारे जतन करने को तैयार है। यात्रियों को सुविधाएं देने के साथ ही कम पैसे में सफर और बेहतर वातावरण देने का काम लखनऊ मेट्रो कर रहा है। इसी क्रम में लखनऊ मेट्रो का सुपर सेवर गो स्मार्ट कार्ड यात्रियों को पसंद आ रहा है। अब तक कई हजार सुपर सेवर गो स्मार्ट कार्ड बिक चुके हैं। यह सुपर सेवर गो स्मार्ट कार्ड 1400 रुपये का है और इसकी वैधता तीस दिन है।

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दैनिक यात्रियों के बीच कार्ड का प्रचार प्रसार मेट्रो खूब करना चाहता है। उद्देश्य है कि जुलाई से कालेज, स्कूल और विश्वविद्यालय खुलते ही यात्रियों की संख्या एक लाख से अधिक हो जाए। इस काम के लिए यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक अपनी टीम और स्वयं सेवी संस्थाओं की मदद लेंगे। पर्यावरण को लेकर काम करने वाली स्वयं सेवी संस्थाएं और मेट्रो कर्मी रेलवे, एलआइसी बैंक, सचिवालय जैसे कार्यालयों में जाकर लोगों को जागरूक करने के साथ ही मेट्रो में सफर करने के लिए प्रेरित करेंगे।

इसके अलावा मेट्रो की टीम नार्थ साउथ कारिडोर यानी चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से लेकर मुंशी पुलिया के बीच पड़ने वाले सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में भी चरणबद्ध तरीके से संपर्क करेगी और सुपर सेवर गो स्मार्ट कार्ड को लेकर प्रचार प्रसार करेगी। उद्देश्य होगा कि पर्यावरण संरक्षण और मेट्रो के प्रति लोगों में रुझान कैसे बढ़ाया जाए? अगर मेट्रो अपनी योजना में सफल होता है तो मेट्रो रूट जो करीब 23 किमी के आसपास है, सबसे सुरक्षित और पर्यावरण दृष्टिकोण से बेहतर हो जाएगा। वर्तमान में प्रशासन की सख्ती से मेट्रो रूट पर ई रिक्शा का संचालन जरूर बंद हुआ है। यह व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही अन्य सार्वजनिक वाहनों के संचालन पर भी शासन व प्रशासन को मंथन करना होगा।

वर्तमान में चारबाग से पुराने लखनऊ होते हुए बसंत कुंज के बीच मेट्रो की जरूरत महसूस की जा रही है, लाखों लोगों को इस रूट पर मेट्रो चाहिए, क्योंकि चारबाग से पांडेय गंज, मेडिकल कालेज, ठाकुरंज होते हुए दुबग्गा व बसंत कुंज पहुंचने में घंटों लगते हैं। मेट्रो चलने से करीब 12 किमी का सफर 22 मिनट में पूरा हो सकेगा। 


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