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    विकसित यूपी के लिए तय 12 सेक्टरों का रोडमैप, 15 दिसंबर तक तैयार हो जाएगा विजन डाक्यूमेंट

    Updated: Thu, 13 Nov 2025 12:05 AM (IST)

    उत्तर प्रदेश को 2047 तक विकसित बनाने के लिए विजन डाक्यूमेंट तैयार करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। नीति आयोग और नियोजन विभाग ने 12 सेक्टरों के लिए फोकस एरिया तय किए हैं। कृषि, पशुपालन, और औद्योगिक विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। किसानों की आय बढ़ाने, आधुनिक मंडी स्थापित करने, और औद्योगिक क्लस्टर विकसित करने की योजना है। विकसित यूपी का विजन डाक्यूमेंट 15 दिसंबर तक तैयार हो जाएगा।

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश 2047 विजन डाक्यूमेंट तैयार करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। नीति आयोग, नियोजन विभाग और संस्था डिलाइट की टीम ने विजन डाक्यूमेंट के लिए तय 12 सेक्टर का फोकस एरिया तय कर दिया है। इस फोकस एरिया के आधार पर संबंधित विभाग विस्तृत रोडमैप तैयार करके 30 नवंबर तक नियोजन विभाग को सौंपेंगे।

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    कृषि व पशुपालन सेक्टर के आधुनिकीकरण पर अधिक ध्यान दिया गया है। फोकस एरिया में फसल उत्पादन बढ़ाने के साथ ही किसानों की आय को बढ़ाना प्रमुखता से शामिल किया गया है। मिट्टी की जांच 100 प्रतिशत डिजिटल करने को प्रमुखता से लिया गया है। दलहन, तिलहन के साथ ही औषधीय पौधों की खेती बढ़ाने पर भी ध्यान देने को कहा गया है। आधुनिक मंडी, कोल्ड चेन और फूड पार्क बढ़ाने पर भी ध्यान दिया गया है।

    सूक्ष्म व लघु सिंचाई व्यवस्था पर बल दिया गया है। एथेनाल उत्पादन और बायो इंडस्ट्री बढ़ाने की बात कही गई है। ग्रामीणों की आय बढ़ाने के लिए खेती के साथ ही पशुपालन और मछली पालन को बढ़ाने को भी फोकस एरिया में शामिल किया गया है। डेयरी कांप्लेक्स, माल ढुलाई के लिए वातानुकूलित परिवहन, आधुनिक बाजार, प्रोसेसिंग हब, निर्यात आधारित इकाइयों की स्थापना आदि को प्रमुखता से शामिल किया गया है।

    औद्योगिक विकास के सेक्टर में उद्योगों को प्रोत्साहन, कामन टेस्टिंग लैब, इंक्यूबेशन हब, टेक्नालाजी ट्रांसफर, टेक्सटाइल्स, लेदर, फूड प्रोसेसिंग, इंजीनियरिंग और फार्मा के क्षेत्र में आधुनिक औद्योगिक कलस्टर, ओडीओपी के लिए क्षेत्रवार निर्यात हब, ट्रेड फेसिलिटेशन सेंटर और लाजिस्टिक क्षेत्र को बढाने की बातें प्रमुखता से शामिल की गई हैं।

    आइटी एवं इमर्जिंग सेक्टर में हाईस्पीड कनेक्टिविटी एक्सप्रेसवे, इंडस्ट्रीयल पार्क और लाजिस्टिक रूट्स पर उपलब्ध कराने, राज्य का अपना डाटा एक्सचेंज विकसित करने को प्रमुखता से शामिल किया गया है। इसी प्रकार पर्यटन, शहरी और ग्रामीण विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा और सुशासन जैसे सेक्टर के लिए भी नए आइडिया के साथ फोकस एरिया तय किए गए हैं।

    नियोजन विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार के मुताबिक नोडल विभाग अपने सेक्टर का विस्तृत रोडमैप तैयार करके 30 नवंबर तक देंगे। इस रोडमैप के आधार पर विकसित यूपी का विजन डाक्यूमेंट 15 दिसंबर तक तैयार कर दिए जाने की तैयारी है।