UP VidhanMandal Special Session : बसपा के दो विधायक व एक एमएलसी भी पहुंचे विधान भवन, कार्यवाही में शामिल
बसपा के विधायक अनिल सिंह तथा असलम रायनी ने कहा कि बसपा अपने उद्देश्यों से भटक गई है। विधानमंडल के विशेष सत्र में किसी दल की बात नहीं हो रही थी।
लखनऊ, जेएनएन। महात्मा गांधी की जयंती पर विधानमंडल के विशेष सत्र से पार्टी के किनारा कर लेने के बाद भी पहुंचे बहुजन समाज पार्टी के दो विधायकों तथा एक विधान परिषद सदस्य ने कार्यवाही में भाग लिया। सदन में शिकरत करने के बाद विधायक असलम रायनी व अनिल सिंह तथा विधान परिषद ब्रजेश सिंह 'प्रिंसू' ने सदन में खुलकर अपनी पार्टी की नीति का विरोध किया। विधानमंडल की कार्यवाही के बाद बाहर आने पर पार्टी लाइन की बात को छोटी चीज बताया।
बसपा के विधायक अनिल सिंह तथा असलम रायनी ने कहा कि बसपा अपने उद्देश्यों से भटक गई है। विधानमंडल के विशेष सत्र में किसी दल की बात नहीं हो रही थी। महात्मा गांधी की जयंती पर इस सत्र का विरोध हमसे नहीं हो सका। श्रावस्ती से विधायक असलम रायनी ने सदन में बसपा का खुलकर विरोध किया। उन्होंने कहा कि मुझ जैसे विधायकों की पार्टी में कोई वैल्यू नहीं है। पार्टी में जोनल इंचार्ज की सुनी जाती है। बसपा अपने उद्देश्यों से भटक गयी है।
उन्नाव की पुरवा सीट से बसपा विधायक अनिल ने पार्टी से बगावत करते हुए कहा जिस तरह पुत्र को पिता की जरुरत होती है, वैसे ही भारत को नरेंद्र मोदी तथा योगी आदित्यनाथ की जरुरत है। पिछली सरकारों में राजनीति भोग और पैसा कमाने का जरिया था। बसपा के बागी विधायक अनिल सिंह ने विशेष सत्र की कार्यवाही में न केवल बढ़चढ कर हिस्सा लिया वरन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर सराहना की। उन्होंने अपने क्षेत्र में किए विकास कायरे की जानकारी दी और पूर्ववर्ती सरकारों को जन विरोधी करार दिया।
उन्होंने अपने गरीबी वाले दिनों का जिक्र किया और पीएम को गरीबों का सच्चा हमदर्द बताया। उन्होंने कहा कि उनका संकल्प था, यदि पीएम मोदी न जीतते तो वह भी विधायक पद से इस्तीफा दे देते। सदन में उस समय ठहाका गूंजा जब अनिल सिंह को अधिष्ठाता सुरेश श्रीवास्तव ने समय पूरा होने का हवाला देकर बैठने को कहा। इस पर अनिल का कहना था पहली बार सदन में भड़ास निकालने का मौका मिला है तो वह अपनी पूरी बात कहकर ही मानेंगे।
जौनपुर से बसपा एमएलसी ब्रजेश सिंह 'प्रिंसू' ने भी पार्टी की सख्ती के बाद भी सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया। एमएलसी प्रिंसू ने कहा कि गांधी जी के नाम पर सत्र ऐतिहासिक काम है। वाकआउट के लिए पार्टी के कोई स्पष्ट निर्देश नहीं है।