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    यूपी समाज कल्याण विभाग ने बदला स्कॉलरशिप योजना का नियम, केवल अभिभावक का ही आय प्रमाण पत्र अनिवार्य

    Updated: Tue, 02 Dec 2025 09:47 AM (IST)

    उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विभाग ने छात्रवृत्ति योजना में बदलाव किया है। अब छात्रों को अपने पिता या अभिभावक का आय प्रमाण पत्र ही देना होगा। पहले छात्र स्वयं का आय प्रमाण पत्र इस्तेमाल कर रहे थे, जिससे गड़बड़ी की आशंका थी। विभाग ने अधिकारियों को प्रमाण पत्र में सुधार का विकल्प देने का निर्देश दिया है। मथुरा में कुछ छात्रों द्वारा स्वयं का आय प्रमाण पत्र लगाने की जानकारी मिली है।

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति वितरण की व्यवस्था में छात्रों द्वारा अपने ही आय प्रमाण पत्रों का भी इस्तेमाल किया जा रहा था। इस बार विभाग द्वारा की गई व्यवस्था में केवल पिता या अभिभावक के ही आय प्रमाण पत्र को मान्य किया जा रहा है। ऐसे में पूर्व में अपने प्रमाण पत्र लगाने वाले विद्यार्थियों के आवेदन निरस्त होने की आशंका है।

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    व्यवस्था के तहत अब प्रमाण पत्र बदलने में भी समस्या आ रही है, जिसके बाद विभाग ने विभागीय अधिकारियों को प्रमाण पत्र एडिट करने का विकल्प देने के निर्देश दिए हैं। हालांकि, विद्यार्थियों के आय प्रमाण पत्र छात्रवृत्ति वितरण को लेकर गड़बड़ी के सवाल भी उठ रहे हैं।

    छात्रवृत्ति योजना में पूर्वदशम छात्रवृत्ति के लिए पात्रता को विद्यार्थियों की पारिवारिक आय ढाई लाख रुपये वार्षिक से कम होनी चाहिए। वहीं दशमोत्तर छात्रवृत्ति के लिए अनुसूचित जाति के विद्यार्थियो के लिए पारिवारिक आय अधिकतम ढाई लाख रुपये और अन्य वर्ग के लिए ढाई लाख रुपये सालाना तक होनी चाहिए।

    इसके लिए छात्र-छात्राओं द्वारा आवेदन के साथ अपने पिता-अभिभावक की आय का प्रमाण पत्र लगाया जाता है। परंतु वाराणसी, मथुरा सहित कई जिलों में पिता के आय प्रमाण पत्र के बजाय खुद आवेदक विद्यार्थी के नाम से बने आय प्रमाण पत्र लगाकर आवेदन किए जा रहे थे।

    इस बार विभाग ने विद्यार्थियों के वन टाइम रजिस्ट्रेशन के साथ अभिभावक का ही प्रमाण लिए जाने की व्यवस्था की है, जबकि कई छात्र पूर्व में अपना प्रमाण पत्र ही लगा चुके हैं। अब उनको अपने स्थान पर पिता या अभिभावक का प्रमाण पत्र लगाने की अनुमति नहीं लग रही थी।

    मथुरा में ऐसे मामले होने की जानकारी पर समाज कल्याण विभाग के उप निदेशक एवं योजनाधिकारी आनंद कुमार सिंह ने बताया कि कुछ विद्यार्थियों द्वारा स्वयं का आय प्रमाण पत्र लगाकर योजना में आवेदन किए जा रहे थे। इस बार उनके द्वारा लगाए गए प्रमाण पत्र बदलने के लिए संशोधित का विकल्प देने के लिए अधिकारियों को कहा गया है।

    वहीं, अब तक विद्यार्थी के आय प्रमाण पत्र पर हो रहे छात्रवृत्ति वितरण किस आधार पर किया जा रहा था, इसका परीक्षण करने या जांच आदि के आदेश नहीं दिए गए हैं। स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।

    मामले में निदेशक समाज कल्याण कुमार प्रशांत ने बताया कि विद्यार्थी को उसके ही आय प्रमाण पत्र पर छात्रवृत्ति वितरण के संबंध में जानकारी की जाएगी।