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लखनऊ और गाजियाबाद से रोडवेज में होगी कैशलेस सफर की शुरुआत, आ रहीं 13 हजार ईटीएम

यूपी की रोडवेज बसों में लंबे समय से चल रही कैशलेस सफर की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। नई आधुनिक इलेक्ट्रानिक टिकटिंग मशीन (ईटीएम) सैंपल के तौर लखनऊ पर आ गई है। आगामी तीन माह में लखनऊ और गाजियाबाद से कैशलेस सफर की शुरुआत हो जाएगी।

By Dharmendra MishraEdited By: Published: Sat, 27 Nov 2021 07:00 PM (IST)Updated: Sat, 27 Nov 2021 07:00 PM (IST)
लखनऊ और गाजियाबाद से रोडवेज में होगी कैशलेस सफर की शुरुआत, आ रहीं 13 हजार ईटीएम
लखनऊ और गाजियाबाद से रोडवेज बसों मे कैशलेस सफर की शुरुआत हो जाएगी।

लखनऊ,जागरण संवाददाता। यूपी की रोडवेज बसों में लंबे समय से चल रही कैशलेस सफर की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। नई आधुनिक इलेक्ट्रानिक टिकटिंग मशीन (ईटीएम) सैंपल के तौर लखनऊ पर आ गई है। आगामी तीन माह में लखनऊ और गाजियाबाद से कैशलेस सफर की शुरुआत हो जाएगी।

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इसमें सभी तरह के कार्ड से टिकट भुगतान करने की सुविधा होगी। यही नहीं अक्सर कंडक्टर द्वारा यात्रियों का बकाया पैसा वापस न किए जाने की शिकायतों पर भी विराम लगेगा। यात्रियों के पास डिजिटल भुगतान के साथ  नकद टिकट का भी विकल्प रहेगा। प्रदेश के लिए करीब 13,750 मशीनें आनी हैं। प्रथम चरण में दोनों क्षेत्र लखनऊ और गाजियाबाद के लिए 2,100 मशीनें आ रही हैं।

यह होगी खासियतः

इन ई-टिकटिंग मशीनों की खासियत यह होगी कि इनसे न केवल टिकट बनेगा, बल्कि सभी तरह के कार्ड से भुगतान की व्यवस्था होगी। डेबिट-क्रेडिट कार्ड, वीजा, नई एमएसटी समेत अन्य भुगतान के तरीकों को यह  मशीन पढ़ सकेगी । परिचालक इन्हीं से टिकट बनाएगा। ये मशीनें ऑनलाइन होंगी। चंद पलों में मुख्यालय में बने कंट्रोल रूम से किसी भी बस के टिकट की जांच की जा सकेगी।

एनपीसीआई से जुडी रहेंगी ये ईटीएमः

प्रधान प्रबंधक अनंग मिश्र ने बताया कि इन ई-टिकटिंग मशीनों को एनपीसीआई यानी नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया से जोड़ा जाएगा। ये वह संस्था है जो देश में कैशलेस ट्रांजेक्शन बढ़ाने का कार्य कर रही है। यह संस्था तमाम बैंक और वित्तीय संस्थाओं से जुड़ी है। यही नहीं इन मशीनों का उपयोग नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड के रूप में भी किया जाएगा। इसमें अगले साल तक एक ही कार्ड से रोडवेज, सिटी बस, मेट्रो में भी व्यक्ति सफर कर सकेगा।

उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक नवदीप रिणवा ने कहा कि बसों में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए यात्रियों को कैशलेस टिकट भुगतान की यह एक महत्वाकांक्षी योजना है। लखनऊ और गाजियाबाद रीजन से इसकी शुरुआत की जा रही है। आगामी तीन माह में यात्री इस सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकेंगे। मशीनें ऑनलाइन होंगी। इससे टिकट में चोरी किए जाने और कंडक्टर द्वारा बकाया पैसा वापस न किए जाने की शिकायतों पर भी विराम लगेगा।


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