UP RajyaSabha Election 2022 : भाजपा आज जारी कर सकती है राज्यसभा चुनाव के प्रत्याशियों की सूची, केन्द्र पैनल के पास भेजे गए 15 से अधिक नाम
UP RajyaSabha Election 2022 भाजपा जिन आठ प्रत्याशियों को उतारने के योजना में है उनमें से तो चार नाम पुराने पांच में से हैं। लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए चार नाम तो जातीय तथा क्षेत्रीय समीकरण के हिसाब से तय होने हैं।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने वाले आठ प्रत्याशियों के नाम भाजपा हाईकमान तय कर चुका है। संभव है कि रविवार को सूची जारी भी हो जाए। पैनल में उत्तर प्रदेश के एक-एक सीट के लिए कई नाम भेजे गए हैं। इस बीच अटकलें शुरू हुई हैं कि केंद्र में जिन मंत्रियों की जून-जुलाई में राज्यसभा की सदस्यता समाप्त हो रही है, उनमें से दो या तीन को यहां से राज्यसभा का टिकट दिया जा सकता है। इनमें वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी हैं।
उत्तर प्रदेश के कोटे की राज्यसभा की 11 सीटें रिक्त हो रही हैं। इनमें से विधायकों के वोटों के गणित से भाजपा की आठ सीटों पर जीत तय है, जबकि सपा के तीन प्रत्याशी जीत जाएंगे। भाजपा, पिछले दिनों कोर कमेटी की बैठक में 20 से अधिक नामों का पैनल तैयार कर केंद्रीय नेतृत्व को भेज चुकी है। फिर उसमें क्षेत्रीय-जातीय समीकरणों के आधार पर कुछ नाम और जोड़ दिए गए।
सूत्रों ने बताया कि शीर्ष नेतृत्व ने तय किया है कि जिन केंद्रीय मंत्रियों की राज्यसभा सदस्यता का कार्यकाल जून या जुलाई में खत्म होने वाला है, उन्हें यूपी के कोटे से राज्यसभा भेज दिया जाए। इनमें कर्नाटका से निर्मला सीतारमण का कार्यकाल जून में और महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य पीयूष गोयल व झारखंड से मुख्तार अब्बास नकवी का कार्यकाल जुलाई में खत्म हो रहा है। चूंकि अन्य राज्यों की तुलना में भाजपा को सर्वाधिक आठ सीटें उत्तर प्रदेश से मिल रही हैं इसलिए इन तीनों केंद्रीय मंत्रियों को अबकी उत्तर प्रदेश से ही राज्यसभा भेजे जाने की पूरी संभावना है।
विधानसभा चुनाव में डा. राधामोहन दास अग्रवाल का टिकट कट गया और गोरखपुर सदर सीट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव लड़कर जीते। ऐसे में डा. राधामोहन को राज्यसभा में समायोजित किया जा सकता है। दलित वर्ग से पूर्व सांसद जुगुल किशोर का नाम भी चर्चा में है। इनके अलावा उत्तर प्रदेश के कोटे के जिन पांच राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है, वह पैनल में शामिल हैं।
ऐसे में शिव प्रताप शुक्ला, जफर इस्लाम, संजय सेठ, सुरेंद्र सिंह नागर और जयप्रकाश निषाद की दावेदारी बनी हुई है। हालांकि इनमें से एक-दो को ही फिर राज्यसभा भेजे जाने की उम्मीद है। लोकसभा चुनाव में ब्राह्मणों को साधे रखने के लिए पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी का नाम प्रमुखता से है। वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हैं। पूर्व उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा संगठन में राष्ट्रीय पदाधिकारी रहे हैं, इसलिए उनका दावा बना हुआ है।
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह को विधानसभा चुनाव में अपने प्रभाव क्षेत्र में बेहतर परिणाम में भूमिका निभाने का इनाम भाजपा दे सकती है। हमीरपुर निवासी राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष बाबूराम निषाद, दलित और महिला कोटे को पूरा करने के लिए पूर्व सांसद प्रियंका रावत के अलावा वैश्य वर्ग से पूर्व मंत्री नरेश अग्रवाल और उद्योगपति विराज सागर दास के नाम भी राज्यसभा के लिए पहले से ही चर्चा में हैं।