Corona Effect in UP: पहली बार आनलाइन होंगी यूपी पॉलीटेक्निक की सेमेस्टर परीक्षाएं, घर बनेगा सेंटर
यदि आप पॉलीटेक्निक की पढ़ाई कर रहे हैं और परीक्षा केंद्र को लेकर टेंशन में हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। आपका घर ही परीक्षा केंद्र होगा और आपका मोबाइल फोन कापी और प्रश्नपत्र होगा। 21 जुलाई से परीक्षाएं प्रस्तावित हैं। पहली बार बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे।
लखनऊ, (जितेंद्र उपाध्याय)। यदि आप पॉलीटेक्निक की पढ़ाई कर रहे हैं और परीक्षा केंद्र को लेकर टेंशन में हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। आपका घर ही परीक्षा केंद्र होगा और आपका मोबाइल फोन कापी और प्रश्नपत्र होगा। आप चौक तो नहीं गए, लेकिन यह सच है। कोराना संक्रमण के चलते पहली बार पॉलीटेक्निक की आनलाइन सेमेस्टर परीक्षाएं कराने की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
संस्थानों में कंप्यूटर की कमी के चलते प्राविधिक शिक्षा परिषद घर पर ही मोबाइल फोन व लैपटॉप से परीक्षा कराने पर मंथन कर रहा है। 21 जुलाई से परीक्षाएं प्रस्तावित हैं। कोरोना काल में पहली बार बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। 21 जुलाई को सूबे की सभी 150 सरकारी, 19 अनुदानित और 1202 निजी पॉलिटेक्निक में संचालित पाठ्यक्रमों के अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं शुरू होंगी। परीक्षाएं आनलाइन के साथ बहुविकल्पीय होंगी। प्राविधिक शिक्षा सचिव आलोक कुमार ने बताया कि अंतिम सेमेस्टर की सभी विषयों की परीक्षाएं 25 जुलाई तक पूरी करने और द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर के विद्याॢथयों की परीक्षाएं 26 जुलाई से शुरू करने का निर्देश दिया गया है। सभी परीक्षाएं 31 जुलाई तक समाप्त होंगी। सभी प्रधानाचार्यो को निर्देश दिया गया है कि वे सेमेस्टर परीक्षाओं का कोर्स 20 जुलाई तक हर हाल में पूरा करा लें।
नकल रोकने की चुनौतीः मोबाइल फोन पर परीक्षा कराने के निर्णय के साथ ही नकल रोकने की चुनौती भी परिषद के सामने होगी। नकल रोकने या उसके पास कोई बैठकर पेपर हल कराने वाले को कैसे रोका जाएगा, इसे लेकर भी मंथन चल रहा है।
पॉलीटेक्निक पर एक नजर
- सरकारी संस्थान-150
- सहायता प्राप्त संस्थान-19
- निजी संंस्थान-1202
- कुल विद्यार्थी-2.10 लाख
कोरोना संक्रमण से विद्यार्थियों को बचाने के लिए मोबाइल फोन या लैपटॉप पर प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिका भेजी जाएगी। बहु विकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। हालांकि अभी उच्च अधिकारियों के निर्णय के बाद ही इस प्रक्रिया को लागू किया जाएगा। साफ्टवेयर के माध्यम से नकल रोकने को लेकर विशेषज्ञों से चर्चा चल रही है। - सुनील कुमार सोनकर, सचिव,प्राविधिक शिक्षा परिषद