UP News: आइटीआइ में प्रवेश को लेकर मारामारी, सरकारी में 98,442 तो प्राइवेट में 80,922 से अधिक सीटें आवंटित
हाईस्कूल में अंकों की बारिश ने आइटीआइ प्रवेश का गणित बिगाड़ दिया है। मेरिट के आधार पर हुए प्रवेश की पहली सरकारी आइटीआइ व प्राइवेट आइटीआइ की सूची जारी कर दी गई। मेरिट अधिक होने से प्रवेश को लेकर मारामारी मची है।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। हाईस्कूल में अंकों की बारिश ने आइटीआइ प्रवेश का गणित बिगाड़ दिया है। मेरिट के आधार पर हुए प्रवेश की पहली सरकारी आइटीआइ व प्राइवेट आइटीआइ की सूची जारी कर दी गई। मेरिट अधिक होने से प्रवेश को लेकर मारामारी मची है। तैयार हुई पहली मेरिट सूची में राजकीय आइटीआइ में 98,442 सीटें आवंटित की गईं जबकि 80,922 प्राइवेट आइटीआइ में प्रवेश की सूची जारी हुई है। scvtup.nic.in पर जाकर मेरिट सूची देखी जा सकती है।
ग्रामीण इलाकों के युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं (जीआइटीआइ) में होने वाले प्रवेश में उन्हें ब्लाक स्तर पर 25 फीसद आरक्षण भी दिया गया। व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद की ओर से सूबे की 304 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में और 2,856 निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में प्रवेश का अवसर मिलेगा। इस बार जिले में रहने वाले छात्रों और ब्लाक स्तर पर 25 फीसद आरक्षण की व्यवस्था की गई है। इन सीटों पर उन्हीं को प्राथमिकता दी जाएगी।
हाईस्कूल की मेरिट के आधार पर प्रवेश की पहली सूची बन गई है। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर शीघ्र ही सूची जारी हो जाएगी। आनलाइन मेरिट सूची देखी जा सकेगी। - राजेंद्र प्रसाद, संयुक्त निदेशक, व्यावसायिक शिक्षा
आइटीआइ पर एक नजर
- प्रवेश के लिए आवेदन- 4,62,894
- राजकीय आइटीआइ में सीटें- 1,20,279
- प्राइवेट आइटीआइ में सीटें- 3,98,876
- राजकीय आइटीआइ- 304
- प्राइवेट आइटीआइ- 2,856
सीटें भरने की चुनौती : प्राइवेट आइटीआइ में अधिक सीटें होने के बावजूद आवेदन करने वालों की संख्या मात्र 43,473 है और 87,665 ने सरकारी और प्राइवेट दोनों में प्रवेश का विकल्प दिया है। दोनों को मिलाने के बावजूद सीटों के मुकाबले आवेदन की संख्या कम है। प्राइवेट आइटीआइ एसोसिएशन के राजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि विद्यार्थी गुणवत्ता युक्त शिक्षा पाने के लिए प्राइवेट में प्रवेश लेता है।