Unnao Victim Accident Case : सीबीआइ की एफआइआर में राज्य मंत्री के दामाद भी आरोपित
उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के साथ रविवार को हुई रायबरेली में दुर्घटना मामले में सीबीआइ ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
लखनऊ, जेएनएन। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के साथ रविवार को हुई रायबरेली में दुर्घटना मामले में सीबीआइ ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बुधवार को सीबीआइ ने विधायक कुलदीप सेंगर और उनके भाई मनोज समेत 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस एफआइआर में यूपी सरकार के राज्य मंत्री के दामाद को भी आरोपित बनाया गया है। इसके अलावा सीबीआइ ने 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी हत्या, हत्या के प्रयास और आपराधिक साजिश रचने का मुकदमा दर्ज किया है।
उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के साथ हुई दुर्घटना मामले में सीबीआइ की एफआइआर में योगी सरकार के कृषि राज्य मंत्री रणवेंद्र सिंह उर्फ धुन्नी सिंह के दामाद को भी आरोपित बनाया गया है। पीड़ित परिवारीजन का कहना है कि अरुण सिंह राज्य मंत्री के दामाद हैं और नवाबगंज से ब्लॉक प्रमुख हैं। यूपी सरकार के मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह ने अपने दामाद का नाम सीबीआइ की एफआइआर में शामिल होने पर कहा कि सीबीआइ मामले की जांच कर रही है। जांच में सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। वह मेरा रिश्तेदार हैं, इसमें कोई शक नहीं है, लेकिन यह कोई अपराध नहीं है।
ये हैं नामजद आरोपित
सीबीआइ की एफआइआर में कुलदीप सिंह सेंगर, मनोज सिंह सेंगर, विनोद मिश्रा, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह, वकील अवधेश सिंह को आरोपित बनाया गया है। इनमें हरिपाल सिंह और रिंकू सिंह दुष्कर्म केस में आरोपित शशि सिंह के पति और बेटे हैं। कोमल सिंह विधायक के भाई मनोज सिंह के दोस्त हैं। नवीन सिंह विधायक के खास बताए जाते हैं। वकील अवधेश सिंह कुलदीप के मामलों की पैरवी करते हैं। इसके अलावा 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
यह है मामला
उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता रविवार को अपनी चाची, मौसी और अधिवक्ता के साथ कार से रायबरेली जिला कारागार में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी। तभी बारिश के दौरान रायबरेली में दोपहर करीब एक बजे उनकी कार सामने से आ रहे अनियंत्रित तेज रफ्तार ट्रक के पिछले हिस्से से टकरा गई थी। हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी। चाची दुष्कर्म मामले में सीबीआइ की गवाह थीं, जबकि गंभीर रूप से घायल पीड़िता व अधिवक्ता का लखनऊ स्थित ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है, जहां दोनों की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है। इस दुर्घटना के बाद विपक्ष ने हादसे को साजिश बताते हुए सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया।
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