रामपुर और आजमगढ़ में समाजवादी पार्टी की हार के बाद अखिलेश यादव का ट्वीट- भाजपा के राज में लोकतंत्र की हत्या
Rampur And Azamgarh Loksabha By Election Results 2022 लोकसभा उप चुनाव के दौरान रामपुर तथा आजमगढ़ में प्रचार से किनारा करने वाले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने लोकतंत्र की हत्या की क्रोनोलाजी बयान की है। ट्वीट किया है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में लोकसभा के उप चुनाव में प्रत्याशी तय करने के बाद से शांत रहे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रामपुर के साथ ही आजमगढ़ की लोकसभा सीट गंवाने के बाद ट्वीट किया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि भाजपा के राज में लोकतंत्र की हत्या की क्रॉनॉलॉजी।
लोकसभा उप चुनाव के दौरान रामपुर तथा आजमगढ़ में प्रचार से किनारा करने वाले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने लोकतंत्र की हत्या की क्रोनोलाजी बयान की है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसको क्रमवार बताया है। उन्होंने पहले नम्बर पर नामांकन प्रक्रिया को रखा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि नामांकन के समय चीरहरण। इसके बाद नामांकन के बाद भी प्रक्रिया को बताया है। लिखा है कि नामांकन निरस्त कराने का षड्यंत्र। इसके बाद भी नामांकन कराने वाले के पक्ष में उन्होंने लिखा है कि नामांकन के बाद प्रत्याशियों का दमन।
भाजपा के राज में लोकतंत्र की हत्या की क्रॉनॉलॉजी:
-नामांकन के समय चीरहरण
-नामांकन निरस्त कराने का षड्यंत्र
-प्रत्याशियों का दमन
-मतदान से रोकने के लिए दल-बल का दुरुपयोग
-काउंटिंग में गड़बड़ी
-जन प्रतिनिधियों पर दबाव
-चुनी सरकारों को तोड़ना
ये है आज़ादी के अमृतकाल का कड़वा सच!— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 26, 2022
अखिलेश यादव इतने पर ही नहीं रुके और आगे लिखा है कि मतदान से रोकने के लिए दल-बल का दुरुपयोग। मतदान होने के बाद भी भी प्रक्रिया पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने आगे लिखा है कि मतदान के बाद काउंटिंग में गड़बड़ी। इसके बाद फिर जन प्रतिनिधियों पर दबाव तथा चुनी सरकारों को तोड़ना भाजपा का काम बताया है। अखिलेश यादव ने अंत में लिखा है कि यह है आजादी के अमृतकाल का कड़वा सच।
अखिलेश यादव ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि संसदीय उपचुनाव में भाजपा सरकार ने सत्ता का खुलकर दुरुपयोग किया और छल-बल से जनमत को प्रभावित करने का षड्यंत्र किया है। भाजपा की सत्तालोलुपता ने प्रदेश में सभी लोकतांत्रिक मान्यताओं को ध्वस्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ और रामपुर, दोनों क्षेत्रों में समाजवादी पार्टी मजबूती से चुनाव लड़ी है। जनता का रुझान सपा की ओर रहा है। भाजपा ने अपने पक्ष में जबरन मतदान के लिए सभी अलोकतांत्रिक एवं निम्न स्तर के हथकंडे अपनाए। मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया। उन्हें डराया-धमकाया गया।
पुलिस ने तमाम कार्यकर्ताओं को थानों में जबरन अवैध तरीके से बिठा लिया। पोलिंग एजेंटों को मतदान केंद्रों से बाहर कर दिया गया। रामपुर में जहां मुस्लिम क्षेत्र में 900 वोट थे, वहां 6 वोट पड़े और जहां 500 वोट थे, वहां कुल एक वोट पड़ा। यह लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनाव का मजाक नहीं तो क्या है?
सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा की यह जीत बेईमानी, छल, सत्ताबल, लोकतंत्र और संविधान की अवहेलना, जोर-जबरदस्ती, प्रशासनिक मशीनरी की दमनकारी नीति, चुनाव आयोग की धृतराष्ट्र दृष्टि और भाजपाई कौरवी सेना द्वारा जनमत अपहरण का नतीजा है। इसे आप चुनाव कैसे कह सकते हैं? लोकतंत्र लहूलुहान है और यह जनता का उपहास है। ऐसे में लोकसभा उपचुनाव की जीत का जश्न मनाना जनता का उपहास करना है।
अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री जिस जीत का दावा करते हैं, उस तथाकथित जीत से जनता हतप्रभ है। सच तो यह है कि 2024 में जनता भाजपा के इस अहंकार को तोड़कर रख देगी। भाजपा ने अपने शासनकाल में गरीबों को तबाह किया है, नौजवानों के भविष्य को अंधकार में धकेला है। किसानों के साथ धोखा किया है। डबल इंजन सरकार में पिछले पांच वर्षों से विकास अवरुद्ध है। भाजपा-आरएसएस के गठबंधन के नतीजे की सच्चाई को जनता बखूबी जान गई है और वह इसका भाजपा को करारा सबक सिखाएगी।