यूपी के अस्पतालों को मिलेंगे 2065 नए चिकित्साधिकारी
आयोग को सीधी भर्ती में 1221 पदों के लिए योग्य अभ्यर्थी नहीं मिले इसलिए वह पद रिक्त रह गए हैं। इनमें पिछड़ा वर्ग के 577, अनुसूचित जाति के 581 व अनुसूचित जनजाति के 63 पद शामिल हैं।
इलाहाबाद (जेएनएन)। चिकित्सकों की कमी से जूझ रहे प्रदेश भर के अस्पतालों को बड़ी संख्या में डॉक्टर मिलने जा रहे हैं। उप्र लोकसेवा आयोग ने मंगलवार को एलोपैथिक चिकित्साधिकारी श्रेणी एक का परिणाम जारी कर दिया है। इस पद के लिए 2065 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं। इनका चयन सीधी भर्ती के तहत साक्षात्कार के जरिये किया गया है।
आयोग ने प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा उप्र के तहत 2016 में एलोपैथिक चिकित्साधिकारी श्रेणी एक के 3286 पदों के लिए आवेदन मांगा था। इनमें 887 पद पिछड़ा वर्ग, 690 अनुसूचित जाति, 65 अनुसूचित जनजाति अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित थे। वहीं, क्षैतिज आरक्षण के तहत महिला अभ्यर्थियों के लिए 657 पद, दिव्यांग के लिए 98 व स्वतंत्रता सेनानी आश्रित (डीएफएफ) अभ्यर्थियों के लिए 65 पद आरक्षित रहे। इसके लिए अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किए थे।
आयोग में इन पदों पर चयन के लिए साक्षात्कार 19, 20, 21 व 22 दिसंबर 2016, दो, तीन, चार, पांच, छह, नौ, 10, 11, 12, 13, 16, 17, 18, 19, 20, 23, 30 व 31 जनवरी, एक, दो, तीन, छह, सात, आठ, नौ, 10, 13, 14, 16, 17, 20, 21, 22 व 28 फरवरी, एक दो, तीन, छह सात, नौ, 10, 16, 17, 20 व 21 मार्च और 16, 17 व 18 अगस्त 2017 को कराया गया था।
आयोग के उप सचिव सत्य प्रकाश ने बताया कि साक्षात्कार के बाद 2065 अभ्यर्थियों को नियुक्ति के लिए श्रेष्ठता के अनुसार सफल घोषित किया गया है। यह चयन परिणाम आयोग की वेबसाइट व आयोग के नोटिस बोर्ड पर भी देखा जा सकता है। उप सचिव ने बताया कि कई सफल अभ्यर्थियों के परिणाम में औपबंधिक (प्रोविजनल) अंकित है उनका चयन आयोग को वांछित अभिलेख प्रस्तुत करने तक औपबंधिक ही रहेगा।
1221 पद योग्य अभ्यर्थी न मिलने से रिक्त, दोबारा निकलेगा विज्ञापन
आयोग को सीधी भर्ती में 1221 पदों के लिए योग्य अभ्यर्थी नहीं मिले इसलिए वह पद रिक्त रह गए हैं। इनमें पिछड़ा वर्ग के 577, अनुसूचित जाति के 581 व अनुसूचित जनजाति के 63 आरक्षित पद शामिल हैं। इन पदों के लिए दोबारा विज्ञापन निकाले जाने की संस्तुति की गई है।