होमगार्डो की अफसरों से अरज, थोड़ा कम है 'अरज'
जवानों की वर्दी को चुस्त-दुरुस्त करने के दिए जा रहे हैं निर्देश। बीते महीनों प्रदेश के 51 हजार होमगार्डो के लिए बाटा गया कपड़ा, निकला कम। फुल शर्ट बनना तो दूर आधी बाह की शर्ट बनने में भी हो रही दिक्कत।
लखनऊ[सौरभ शुक्ला]। जहा एक ओर सरकार द्वारा जवानों की वर्दी को चुस्त-दुरुस्त करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। वहीं, वर्दी को लेकर वर्दी धारी आलाधिकारी ही संजीदा नहीं हैं। बीते महीनों प्रदेश के 51 हजार होमगार्डो के लिए वर्दी सिलाने को होमगार्ड मुख्यालय द्वारा जो कपड़ा खरीदकर बाटा गया। उसका अरज (चौड़ाई) कम होने के कारण फुल शर्ट बनना तो दूर आधी बाह की शर्ट बनने में भी दिक्कत हो रही है। मामला उजागर होते ही मचा हड़कंप:
मामला उजागर हुआ तो महकमे में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने फरमान जारी कर मामले की जाच के आदेश दिए और वर्दी वितरण पर रोक लगा दिया। विभाग द्वारा जेम पोर्टल के जरिए बीते अप्रैल और जून माह में 1,40000 मीटर कपड़ा खरीदा गया था। 18 मंडलों में वितरण करने के लिए वर्दी का कपड़ा भेजा गया जो जनपदों में बाटा जाने लगा। कपड़ा बंटने के बाद कुछ लोगों ने गुणवत्ता की शिकायत की। मामला विभागीय मंत्री अनिल राजभर तक पहुंचा। फिर वर्दी की लैब टेस्टिंग कराई गई।
सूत्रों के मुताबिक लैब टेस्टिंग में वर्दी के कपड़े का अरज कम पाया गया, और गुणवत्ता भी ठीक नहीं थी। इसके बाद 31 जुलाई को प्रमुख सचिव कुमार कमलेश के निर्देश पर संयुक्त सचिव सत्येंद्र कुमार सिंह ने डीजी होमगार्ड डॉ. सूर्य कुमार शुक्ला को तत्काल वर्दी वितरण के निर्देश दिए और वर्दी कपड़े की गुणवत्ता की शिकायत पर पूरे मामले की जाच कर आख्या मागी।
क्या कहते हैं अफसर?
- प्रमुख सचिव होमगार्ड कुमार कमलेश के मुताबिक, वर्दी का जो कपड़ा जवानों में वितरित किया जा रहा था। उसकी गुणवत्ता पर शिकायत आई थी। इसके कारण वर्दी वितरण पर रोक लगाते हुए। डीजी होमगार्ड को पूरे मामले की जाच कर आख्या मागी गई है। - होमगार्ड राज्यमंत्री अनिल राजभर ने बताया कि कुछ जवानों ने वर्दी के कपड़े की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे। जिसके बाद वर्दी वितरण पर रोक लगाया गया है।
- डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला का कहना है कि 100 प्रतिशत पारदर्शिता से जेम पोर्टल के जरिए 51 हजार होमगार्डो को वितरण करने के लिए वर्दी का कपड़ा खरीदा गया था। हो सकता है कुछ एक थान का कपड़ा खराब रहा हो। उसकी जाच कराई जा रही है। कपड़ा देने वाली कंपनी का रुपया भी सिक्योरिटी मनी के रूप में जमा किया गया था। जितना कपड़ा खराब होगा। रुपये काट लिए जाएंगे। क्या है अरज?
अरज थान के कपड़े की चौड़ाई को कहते हैं। नाप लंबाई में की जाती है, अलग-अलग चौड़ाई के अरज होते हैं।