गुणवत्ता रैकिंग में सुधार के लिए विदेशी यूनिवर्सिटी से करें एमओयू : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
लखनऊ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मध्य जोन कुलपति सम्मेलन का किया उद्घाटन। बोलीं वर्ष 2030 तक सौ प्रतिशत युवा व प्रौढ़ साक्षरता का लक्ष्य। उच्च शिक्षा प्रणाली युवाओं को उनकी क्षमता के अनुरूप रोजगार के अवसर प्रदान करेगा।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को राजभवन में मध्य जोन कुलपति सम्मेलन का वर्चुअल उद्घाटन किया। भारतीय विश्वविद्यालय संघ और उड़ीसा के श्री श्री विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में यह कुलपति सम्मेलन आयोजित किया गया। इस मौके पर उन्होंने विश्वविद्यालयों को गुणवत्ता रैंकिंग में सुधार कर विश्व की टॉप 100 यूनिवर्सिटी में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की यह संकल्पना है और इसे साकार करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। विदेशी विश्वविद्यालयों से एमओयू कर रैंकिग में सुधार किया जा सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वर्ष 2030 तक शत प्रतिशत युवा व प्रौढ़ साक्षरता की प्राप्ति करना है। यही नहीं भारत की परंपरा, विरासत, सांस्कृतिक मूल्यों एवं तकनीकी ज्ञान तथा कौशल विकास में समन्वय स्थापित करने का सफल प्रयास किया गया है। यही नहीं शोध को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन का गठन किया जाएगा।
वहीं, भारत उच्च शिक्षा आयोग का गठन किया जाएगा। कई बड़े सुधार होंगे और विद्यार्थियों को काफी अच्छे अवसर भविष्य में मिलेंगे। कार्यक्रम में भारतीय विश्वविद्यालय संघ की सचिव डॉ. पंकज मित्तल और श्री श्री विश्वविद्यालय, उड़ीसा के कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह भी मौजूद रहे।