UP Coronavirus Unlock guideline: सरकार ने चेताया...फिर पैदा हो सकता है कोरोना से गंभीर खतरा
मुख्य सचिव ने कहा है कि चरणबद्ध तरीके से गतिविधियों को अनुमति देने का उद्देश्य अर्थव्यवस्था को गति देना है लेकिन इसका अर्थ महामारी का समाप्त होना नहीं है। इस समय ज्यादा जरूरी है कि प्रत्येक नागरिक अपनी दैनिक गतिविधियों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करे।
लखनऊ, जेएनएन। UP Coronavirus Unlock guideline: नए महीने की शुरुआत के साथ ही अनलॉक के अगले चरण की गाइडलाइन प्रदेश सरकार ने जारी कर दी है। चूंकि, सारी गतिविधियां खोलने की अनुमति तो पहले ही दी चुकी है, इसलिए अब दिशा-निर्देश आमजन की आंखें खोलने के लिए हैं। सरकार ने स्पष्ट तौर पर लापरवाही बरतने वालों को आगाह किया है कि इन हालात में कोरोना का गंभीर खतरा फिर पैदा हो सकता है।
केंद्र सरकार की गाइडलाइन के बाद शनिवार को मुख्य सचिव आरके तिवारी ने उत्तरप्रदेश के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए। अपने आदेश में उन्होंने कहा है कि विभिन्न चरणों में कंटेनमेंट जोन के बाहर लगभग सभी गतिविधियों को अनुमन्य किया जा चुका है। जिन गतिविधियों में अधिक लोगों के जुटने की संभावना रहती है, उनकी अनुमति स्वास्थ्य व सुरक्षा को देखते हुए एसओपी के तहत दी गई है। इनमें मुख्य रूप से मेट्रो-रेल, शॉपिंग मॉल, होटल, रेस्टोरेंट, चिकित्सा सेवाएं, धार्मिक स्थल, योगा-प्रशिक्षण संस्थान, जिम, सिनेमा, मनोरंजन पार्क आदि हैं। इसके साथ ही स्कूल व संस्थान प्रबंधन से विचार विमर्श कर, स्थिति का आकलन करते हुए स्कूल, कॉलेज, शैक्षिक संस्थान, कोचिंग सेंटर आदि को शिक्षा विभाग की एसओपी के अनुसार अनुमति दी गई है।
मुख्य सचिव ने कहा है कि चरणबद्ध तरीके से गतिविधियों को अनुमति देने का उद्देश्य अर्थव्यवस्था को गति देना है, लेकिन इसका अर्थ महामारी का समाप्त होना नहीं है। इस समय ज्यादा जरूरी है कि प्रत्येक नागरिक अपनी दैनिक गतिविधियों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ अक्टूबर को जन आंदोलन की शुरुआत करते हुए कोविड-19 के प्रोटोकॉल के संबंध में मुख्यत: मास्क पहनने, नियमित अंतराल पर हाथ धोने अौर छह फीट की दूरी रखने के लिए कहा है। मुख्य सचिव ने चिंता जताई है कि सामान्यत: देखने में आया है कि त्योहारों के दौरान नागरिकों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों में मास्क नहीं पहना जा रहा और शारीरिक दूरी के मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसे समय में जबकि कोरोना के सक्रिय मामलों में लगातार कमी आ रही है, इस तरह की असावधानी सार्वजनिक रूप से स्वास्थ्य को फिर गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। उन्होंने साफ कहा है कि कंटेनमेंट जोन के बाहर गतिविधियों को अनुमति दी गई है, ढिलाई बरतने की नहीं। उन्होंने निचले स्तर तक जन जागरुकता पहुंचाने के लिए कहा है।