यूपी सरकार के मंत्री सुरेश राणा ने कहा- किसानों का गन्ना खत्म होने तक चालू रहेंगी चीनी मिलें
यूपी की चीनी मिलों को निर्देश जारी कर दिया है कि अपने क्षेत्र में किसानों का गन्ना समाप्त होने का प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद ही किसी मिल का संचालन बंद किया जाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश सरकार के गन्ना विकास व चीनी उद्योग मंत्री सुरेश राणा ने चीनी मिलों का संचालन तब तक जारी रखने का निर्देश दिया है जब तक कि मिल क्षेत्र में किसानों का गन्ना समाप्त न हो जाए। उनके निर्देश के क्रम में आयुक्त गन्ना एवं चीनी संजय आर भूसरेड्डी ने सभी चीनी मिलों को निर्देश जारी कर दिया है कि अपने क्षेत्र में किसानों का गन्ना समाप्त होने का प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद ही किसी मिल का संचालन बंद किया जाएगा।
मंत्री सुरेश राणा ने बताया कि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी। उत्तर प्रदेश में जिन 18 चीनी मिलों के क्षेत्र में गन्ना खत्म हो चुका है, वहां पेराई बंद हो गई लेकिन अभी 101 मिलों में खरीद व पेराई जारी है। चीनी मिलें संचालित रखने के लिए जरूरी सल्फर, चूना व बोरों आदि का इंतजाम कराया जा रहा है। राजस्थान व हरियाणा सरकार के अधिकारियों से वार्ता करके जरूरी व्यवस्था कराई जा रही हैं। किसानों की सुविधा के लिए मोबाइल फोन पर एसएमएस पर्ची को ही मान्यता देनेे के निर्देश भी जारी किए जा चुके हैं।
गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि अभी किसानों के खेतों में लगभग 15 प्रतिशत गन्ना मौजूद है। इस सत्र में कुल 119 चीनी मिलों में गन्ना पेराई हुई। पिछले सत्र की तुलना में इस बार अब तक 372.40 लाख क्विंटल अधिक गन्ने की पेराई हुई है और 27.25 लाख क्विंंटल अधिक चीनी का उत्पादन हुआ। विभागीय अनुमान के अनुसार किसानों के खेतों में चीनी मिलों को आपूर्ति के लायक 15 प्रतिशत गन्ना अभी खड़ा है।
चीनी व एथनॉल का उठान घटा
कोरोना संकट के चलते लॉकडाउन में चीनी मिलों की मुश्किलें भी बढ़ी हैं। उत्तर प्रदेश चीनी मिल्स एसोसिएशन के सचिव दीपक गुप्तारा ने बताया कि विश्वव्यापी बंदी के कारण मिलों से चीनी का उठान नहीं हो पा रहा। इसी तरह शीरा और एथेनाल की सप्लाई भी बेहद कम हो गई है।