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लखनऊ के क‍िसान धरमचंद का पीएम नरेंद्र मोदी से चार म‍िनट हुआ संवाद, जान‍िए क्‍या हुई खास बात

धरमचंद ने बताया कि कृषि विभाग के अधिकारियों ने मुझे जानकारी दी और 2015 में किसान प्रोड्यूसर कंपनी बनाकर 1034 किसानों को जाेड़ा। नवीन किसान प्रोड्यूसर कंपनी के नाम से पंजीयन कराया और किसानों के सहयोग से 3.19 लाख रुपये एकत्र किए।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 01 Jan 2022 03:50 PM (IST)Updated: Sun, 02 Jan 2022 06:38 AM (IST)
लखनऊ के क‍िसान धरमचंद का पीएम नरेंद्र मोदी से चार म‍िनट हुआ संवाद, जान‍िए क्‍या हुई खास बात
बख्शी का तालाब के चकपृथ्वीपुर गांव के किसान धरमचंद ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मन की बात।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। पीएम सर, मैं केले की खेती करता हूं और नवनी केला ब्रांड के नाम से बेचता हूं। मेरे केले में कोई दाग नहीं होता। मैं आपको केला खिलाना चाहता हूं। एक बार आप मुझे जरूर बुलाइए। मुस्कुराते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा जरूर मौका मिलेगा तो तुम्हारे केले का स्वाद जरूर लूं। इससे पहले पीएम ने धरमचंद का नाम पूछा और कहा कि पहले ये बताओ कि तुमने एफपीओ कैसे बनाई। धरमचंद ने बताया कि कृषि विभाग के अधिकारियों ने मुझे जानकारी दी और 2015 में किसान प्रोड्यूसर कंपनी बनाकर 1034 किसानों को जाेड़ा। नवीन किसान प्रोड्यूसर कंपनी के नाम से पंजीयन कराया और किसानों के सहयोग से 3.19 लाख रुपये एकत्र किए। एसएफएसी (स्माल फारमर्स एग्रीकल्चर कंसोरियम) ने मेरी कंपनी की मदद की और 2.19 लाख रुपये और दिए। 5.38 लाख रुपये से किसानों ने केला, आम, आलू व सब्जियों को बोना शुरू कर दिया। वर्ष 2020-21 में मेरी कंपनी का टर्नओवर 35.32 लाख रुपये पहुंच गया है।

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पीएम ने पूछा खेती के अलावा भी कुछ और करते हो? धरमचंद ने मुस्कुराते हुए कहा कि सर मेरे पास खाद, बीज और कीटनाशक बेचने का लाइसेंस भी है। उससे भी आमदनी हो जाती है। पीएम ने पूछ ई-नाम पोर्टल से जुड़ने से क्या फायदा हुआ? धरमचंद ने बताया कि इससे जुड़ने से हमने किसानों की सब्जियां केला, आम जैसे उत्पादों को एकत्र किया और अंतरराष्ट्रीय मंडी के रेट में बेचना शुरू कर दिया। इससे 10 से 15 फीसद का अतिरिक्त लाभ हुआ। लाभ को कंपनी के किसानों के बीच उनकी फसल के अनुरूप बांटा गया। इससे किसानों को फसल का अच्छा मूल्य मिल जाता है। धरमचंद को भले ही चौथे नंबर पर बात करने का मौका मिला हो, लेकिन दो मिनट के बजाय प्रधानमंत्री धरमचंद से चार मिनट तक बात की और नए साल की शुभकामनएं दीं।

लखनऊ के किसानों के चेहरे पर खुशी देख मैं बहुत प्रसन्न हूं : धरमचंद के साथ ही उनकी कंपनी के 40 और किसान भी उनके साथ बैठे थे। सभी ने पीएम का अभिवादन किया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लखनऊ के किसानों के चेहरे पर खुशी देख मैं बहुत प्रसन्न हूं। उप कृषि निदेशक डा.सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि सुबह 10 बजे किसान कलेक्ट्रेट के एनआइसी कक्ष में आए गए थे। 12:30 बजे से दो बजे तक पीएम के संवाद के साथ ही देशभर के 10 किसानों से बातचीत हुई। किसानों के साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव राजबीर सिंह, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश, मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार पांडेय, कृषि निदेशक विवेक कुमार और जिला कृषि अधिकारी ओपी मिश्रा के अलावा कई अधिकारी मौजूद थे।


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