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यूपी चुनाव 2022: टेढ़ी दिखी राह तो भाजपा ने पैदल कर दिए 19 विधायक, देखें पूरी ल‍िस्‍ट

भाजपा ने हर विधानसभा सीट पर सर्वे कराया। संगठन ने क्षेत्र से फीडबैक भी लिया। इसके आधार पर जिस भी विधायक की आगे की राह टेढ़ी नजर आई उसे पैदल कर दिया गया। ऐसे 19 विधायकों के टिकट भाजपा ने काट दिए हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 12:08 AM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 09:41 AM (IST)
यूपी चुनाव 2022: टेढ़ी दिखी राह तो भाजपा ने पैदल कर दिए 19 विधायक, देखें पूरी ल‍िस्‍ट
भाजपा ने हर विधानसभा सीट का कराया सर्वे, क्षेत्र से फीडबैक पर निर्णय।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। पहले दो चरणों के प्रत्याशी तय करते हुए भाजपा ने यह संदेश दिया है कि वह ज्यादा विधायकों के टिकट काटने के मूड में नहीं है, लेकिन यह भी संकेत दे दिया है कि कमजोर खिलाड़ी इस खेल में शामिल नहीं होंगे। पार्टी ने हर विधानसभा सीट पर सर्वे कराया। संगठन ने क्षेत्र से फीडबैक भी लिया। इसके आधार पर जिस भी विधायक की आगे की राह टेढ़ी नजर आई, उसे पैदल कर दिया गया। ऐसे 19 विधायकों के टिकट भाजपा ने काट दिए हैं।

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भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव की तरह ही 2022 में भी तीन सौ से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है। पिछले विधानसभा चुनाव में जहां मोदी लहर चरम पर और सपा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर थी तो इस बार सत्ताधारी भाजपा के लिए यह चि‍ंता का विषय था किन-किन विधायकों के प्रति जनता में नाराजगी है। इसके अलावा जातीय समीकरण साधना भी बड़ा उद्देश्य था। इन सारे गुणा-भाग में पहले दो चरण के प्रत्याशियों में 20 टिकट बदले गए हैं। 19 के टिकट बदले हैं, जबकि एक का निधन हो चुका है। जिन विधायकों को दोबारा मौका नहीं मिला है, उन्हें संगठन में समायोजित करने की तैयारी है।

वहीं, कुछ नए चेहरों को इस लड़ाई में सामने आने का मौका इसलिए भी मिल गया, क्योंकि इनमें से तीन सीटें वर्तमान विधायकों के पाला बदलने से खाली हो गईं। दूसरे दल से आए दो विधायकों को भी भाजपा के टिकट पर लडऩे का मौका मिला है। जिताऊ प्रत्याशी मैदान में उतारने के लिए भाजपा ने न सिर्फ जातीय समीकरण साधे हैं, बल्कि युवा और प्रोफेशनल को भी टिकट थमाया है।

सामान्य सीट से अनुसूचित प्रत्याशी उतारकर बड़ा संदेश : दलित और पिछड़ों को अपने पाले में बनाए रखने का भरसक प्रयास करती भाजपा नजर आ रही है। इसमें खास बात यह है कि सहारनपुर की सामान्य सीट पर अनुसूचित जाति के जगपाल सि‍ंह को टिकट देकर दलित वर्ग को अलग संदेश देने की कोशिश की है।

इन विधायकों को नहीं मिला दोबारा मौका

  • नौगांवा सादत : संगीता चौहान
  • सिवाल खास : जितेंद्र सतवाई
  • मेरठ कैंट : सत्य प्रकाश अग्रवाल
  • गढ़मुक्तेश्वर : कमल मलिक
  • सिकंदराबाद : विमला सोलंकी
  • बुलंदशहर : ऊषा सिरोही
  • डिबाई : अनीता लोधी
  • खुर्जा : विजेंद्र स‍िंंह
  • बरौली : दलवीर स‍िंंह
  • गोवर्धन : कारि‍ंदा स‍िंंह
  • एत्मादपुर : रामप्रताप स‍िंंह चौहान
  • आगरा ग्रामीण : हेमलता दिवाकर
  • फतेहपुर सीकरी : चौधरी उदयभान
  • खैरागढ़ : महेश गोयल
  • फतेहाबाद : जितेंद्र वर्मा
  • बिथरी चैनपुर : राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल
  • बरेली कैंट : राजेश अग्रवाल
  • गोरखपुर : राधा मोहन दास अग्रवाल
  • सिराथू : शीतला प्रसाद
  • नवाबगंज : केसर स‍िंंह (निधन हो गया)

पाला बदल गए यह विधायक

  • नकुड़ : डा. धर्म स‍िंंह सैनी
  • मीरापुर : अवतार स‍िंंह भड़ाना
  • बिल्सी : आरके शर्मा

दूसरे दल से आए दो विधायकों को टिकट

  • बेहटनरेश सैनी : काग्रेस से विधायक थे।
  • छपरौलीसहेंद्र रमाला : रालोद से विधायक थे।

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