न लगाएंं थानों के चक्कर, UP COP APP पर दर्ज करें इ-एफआइआर Lucknow News
जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में एडीजी टेक्नीकल सर्विस आशुतोष पांडेय ने यूपी कॉप एप के बारे में बताया।
लखनऊ, जेएनएन। क्या थानों में चोरी, मोबाइल खोने या लूट समेत अन्य मामलों की एफआइआर पुलिस दर्ज नहीं करती? क्या साइबर जालसाजी के मामलों में थाने से टरका दिया जाता है? सत्यापन के लिए क्या आपको विभिन्न कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। कुछ इन्हीं समस्याओं के निराकरण और लोगों के सवालों का जवाब देने के लिए दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में बुधवार को एडीजी टेक्निकल सर्विस आशुतोष पांडेय मौजूद रहे। उन्होंने इन सभी सवालों के जवाब में बस एक नाम लिया 'यूपी कॉप एप। एडीजी ने बताया कि अब लोगों को थानों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। थाना उनके मोबाइन फोन में है। बस एक क्लिक करें और यूपी कॉप एप डाउनलोड कर ई-एफआइआर दर्ज करें।
कर सकते हैं ये शिकायतें
वाहन चोरी, सामान्य चोरी, वाहन लूट, नाबालिग बच्चों की गुमशुदगी, मोबाइल/पर्स/चेन स्नेचिंग एवं साइबर अपराध की शिकायत दर्ज करा सकते हैं। एप की ओर से आपके फोन पर मैसेज के माध्यम से एफआइआर दर्ज होने से लेकर चार्ज शीट एवं फाइनल रिपोर्ट तक की जानकारी भेजी जाएगी।
थानों में भी हो प्रचार-प्रसार
एडीजी टेक्निकल सर्विस के मुताबिक डीजीपी ओपी सिंह ने यूपी कॉप एप के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश के सभी थानों को निर्देशित किया है। थानों में भी अब बैनर पोस्टर लगाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है, जिससे उन्हें बेवजह भागदौड़ न करनी पड़े।
सवाल : मैं मड़ियांव का रहने वाला हूं। मुङो चरित्र प्रमाण पत्र बनवाना है। क्या यूपी कॉप एप से यह संभव है?
[विजय गुप्ता, मड़ियांव]
जवाब : सभी प्रकार के सत्यापन यूपी कॉप एप से कराए जा सकते हैं। इसमें ऑनलाइन पेमेंट की भी सुविधा है। 15 दिन के भीतर प्रमाण पत्र भी आपको ऑनलाइन ही मिल जाएगा।
सवाल : दो माह पहले डीटीएच कनेक्शन लिया था। दुकानदार ने रशीद नहीं दी थी। अब डीटीएच नहीं चल रहा है। कैसे और कहां शिकायत करूं।
[संजय मालवीय, ठाकुरगंज]
जवाब : यूपी कॉप एप पर अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज होती है। एप के जरिये नामजद रिपोर्ट दर्ज नहीं होती। आप संबंधित थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराएं।
सवाल : 30 मई को एचडीएफसी के एटीएम से 73 हजार रुपये ठगों ने निकाल लिया। यूपी कॉप एप के बारे में जानकारी मिली, लेकिन यह कहां मिलेगा।
[देवी प्रसाद मिश्र, बहराइच]
जवाब : गूगल प्ले स्टोर में जाकर आप अंग्रेजी में यूपी सीओपी टाइप करें। इसे डाउनलोड कर लॉग इन करें। इसके बाद ई-एफआइआर के विकल्प में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। आपको थानों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
सवाल : साइबर जालसाजों ने धोखे से मेरे खाते से एक लाख 12 हजार रुपये निकाल लिए। समझ में नहीं आ रहा क्या करूं। स्थानीय पुलिस टरका रही है।
[सुरेश यादव, रायबरेली]
जवाब : एप से ई-एफआइआर कराइए। रिपोर्ट की कॉपी आपके ई-मेल पर भी आ जाएगी। एफआइआर की कॉपी बैंक में दीजिए। यूपी कॉप एप रुपये वापस कराने में आपकी मदद करेगी।
सवाल : खाते से अंजान व्यक्ति ने 20 हजार रुपये निकाल लिए। सरोजनीनगर थाने में एफआइआर भी कराई थी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। आप मदद कीजिए।
[विनीत मिश्र, आलमबाग]
जवाब : आपके रुपये वापस मिलेंगे। आप यूपी कॉप के फेसबुक पेज पर अपना क्राइम नंबर अपलोड कर दें। बैंक से ठगी की रकम वापस दिलाने में आपका सहयोग किया जाएगा।
सवाल : दो जून को जालसाजों ने मेरे खाते से एक लाख रुपये पार कर दिए। कैंट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मदद की दरकार है।
[मनोज कुमार, कैंट]
जवाब : तीन दिन के भीतर एफआइआर दर्ज कराकर बैंक को सूचित करने पर ठगी की पूरी रकम वापस मिल जाती है। वहीं चार से सात दिन के बाद रिपोर्ट दर्ज कराने पर अधिकतम 10 हजार रुपये ही वापस हो पाते हैं। आप यूपी कॉप के फेसबुक पेज पर अपना ब्योरा भेजें, मदद होगी।
सवाल : ओएलएक्स के माध्यम से जालसाजों ने झांसा देकर 66 हजार रुपये ठग लिए। पुलिस रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है। इसकी ई-एफआइआर कैसे होगी।
[संजय कुमार मिश्र अंबेडकरनगर]
जवाब : प्रार्थना पत्र लिखकर उसपर अपना हस्ताक्षर करें। यूपी कॉप के ई-एफआइआर विकल्प में जाकर अपना ब्योरा डालें और प्रार्थना पत्र अपलोड कर दें। ई-एफआइआर हो जाएगी और आपके थाने की पुलिस इसकी विवेचना करेगी।
सवाल : यूपी कॉप कैसे काम करेगा? इससे क्या-क्या मदद मिल सकती है। कृपया विस्तार से बताएं।
[प्रियांशु वर्मा, अंबेडकरनगर]
जवाब : सामान खोने, चोरी होने या फिर लूट की एफआइआर यूपी कॉप में दर्ज करा सकते हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट हासिल करने के साथ ही सभी प्रकार के सत्यापन भी करा सकते हैं।
सवाल : दो दिन पहले मेरी बाइक चोरी हो गई। पुलिस चौकी में गया तो सुनवाई नहीं हुई। एफआइआर भी नहीं दर्ज की जा रही है। अब कहां जाऊं।
[शिवम अग्रहरि, रायबरेली]
जवाब : प्रार्थना पत्र पर अपना हस्ताक्षर कर यूपी कॉप पर ई-एफआइआर करें। आपके थाने की पुलिस खुद आपसे संपर्क कर मामले की छानबीन करेगी। आपके पास एफआइआर की कॉपी भी पहुंच जाएगी।
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