यूपी कांग्रेस अब बदलाव की ओर...अरसे बाद दिखा देसज अंदाज का जमीनी मुखिया
जमीन के नेता चाहे जितने भी ऊंचे पद पर क्यों न पहुंच जाए फिर भी वे जमीन नहीं छोड़ते... कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी कुछ इसी अंदाज में नजर आए।
लखनऊ [शोभित श्रीवास्तव]। मानो यूपी कांग्रेस अपनी पहचान बदलने जा रही है और इसका संदेश नए प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू लेकर आए होंं। न लाव-लश्कर न लग्जरी गाड़ियों का काफिला...। रोडवेज की साधारण बस में बैठकर अजय कुमार लल्लू शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालने कुशीनगर से लखनऊ पहुंचे। मुख्यालय में मौजूद हर कार्यकर्ता को उनकी सादगी ने छुआ। अपने देसज अंदाज में ही वह सबसे मिले भी और नेताओं व कार्यकर्ताओं के बीच का फर्क मिटाने की कोशिश की।
जमीन के नेता चाहे जितने भी ऊंचे पद पर क्यों न पहुंच जाए फिर भी वे जमीन नहीं छोड़ते...लल्लू भी कुछ इसी अंदाज में नजर आए। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत में जो मंच तैयार किया गया था, उसमें बड़े नेताओं के ही बैठने की व्यवस्था थी। प्रदेश भर से आए कार्यकर्ता सामने कुर्सियों में व जमीन पर बैठे थे। स्वागत के लिए कुछ देर मंच पर बैठने के बाद लल्लू अचानक उठे और सामने जमीन पर कार्यकर्ताओं के बीच जाकर बैठ गए।
उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ फोटो खिंचाई और उनसे कहा मेरी असली ताकत तो आप ही हो...। उनके इस कदम से मंच पर बैठे वरिष्ठ नेता भी असहज नजर आए। उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें...। वे नए अध्यक्ष की शान में कसीदे पढ़ते रहे और लल्लू साथियों को यह समझाने की कोशिश करते रहे कि 29 साल सत्ता से बाहर रही कांग्रेस में एक साधारण कार्यकर्ता भी अध्यक्ष बन सकता है।
सेवादल के सभी बैरियर तोड़ते हुए वह आगे से पीछे तक एक-एक कार्यकर्ता के बीच गए। कार्यकर्ताओं ने भी उनके साथ खूब सेल्फी ली। एक भी कार्यकर्ता को उन्होंने निराश नहीं किया। सभी के बीच जाकर उन्हें संघर्ष में साथ देने का वादा लिया और यह संदेश देने की कोशिश की कि अब प्रदेश कांग्रेस में बहुत कुछ बदलने जा रहा है। अपने संबोधन में भी कार्यकर्ताओं को सबसे ज्यादा तरजीह दी। ...कार्यकर्ताओं से दोनों हाथ उठाकर समर्थन मांगा तो दूसरी ओर संघर्ष करने व जेल जाने का संकल्प भी लिया।