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यूपी बोर्ड ने निकाला पेपर लीक होने से रोकने का अचूक उपाय, परीक्षा केंद्रों पर लगेंगे हाईस्पीड प्रिंटर

हाईस्पीड प्रिंटर से यूपी बोर्ड को परीक्षा में पेपर छपवाने भिजवाने का खर्च बचेगा और सुरक्षित रखने का इंतजाम नहीं करना होगा। परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्नपत्र केंद्रों को इंटरनेट के माध्यम से भेजा जा सकता है और हाईस्पीड प्रिंटर कुछ ही मिनट पर प्रश्नपत्र प्रिंट कर देगा।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 11 Apr 2022 06:00 AM (IST)Updated: Mon, 11 Apr 2022 04:52 PM (IST)
यूपी बोर्ड ने निकाला पेपर लीक होने से रोकने का अचूक उपाय, परीक्षा केंद्रों पर लगेंगे हाईस्पीड प्रिंटर
यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के पेपर लीक होने से रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों पर हाईस्पीड प्रिंटर लगाएगा।

लखनऊ [धर्मेश अवस्थी]। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रश्नपत्रों का लीक होना बड़ी चुनौती बन चुकी है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने भले ही सिर्फ इंटर अंग्रेजी का ही प्रश्नपत्र लीक होना स्वीकारा लेकिन, इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने वाले प्रश्नपत्रों की संख्या करीब आधा दर्जन है। वहीं, शासन स्तर से नकल रोकने के लिए साल दर साल नए प्रयोग हो रहे हैं, अब पेपर लीक पर विराम लगाने के लिए विभाग परीक्षा केंद्रों पर हाईस्पीड प्रिंटर लगाने पर मंथन कर रहा है।

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बता दें कि बलिया में इंटर अंग्रेजी का पेपर लीक होने के बाद यूपी बोर्ड को 24 जिलों में 13 अप्रैल को नए सिरे से परीक्षा करानी पड़ रही है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में पिछले दिनों माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसरों की बैठक हुई, इसमें कहा गया कि ऐसा रास्ता खोजा जाए कि प्रश्नपत्र लीक होने की नौबत ही न आए।

इसके लिए माध्यमिक कालेजों में हाईस्पीड प्रिंटर बेहतर विकल्प हो सकता है, क्योंकि नकल रोकने के लिए सभी कालेजों में सीसीटीवी कैमरे, वायस रिकार्डर, राउटर, डीवीआर आदि लगे हैं। राज्य, जिला मुख्यालय पर कंट्रोम रूप से परीक्षा कक्षों की आनलाइन मानीटरिंग के लिए वेबकास्टिंग का उपयोग हो रहा है।

कालेजों में हाईस्पीड इंटरनेट और लगातार बिजली के लिए जेनरेटर व इनवर्टर का भी प्रबंध पहले से है। हाईस्कूल व इंटर स्तर के हर कालेज के प्रधानाचार्य को यूजर आइडी व पासवर्ड मुहैया कराया गया है। अब केवल हाईस्पीड प्रिंटर लगने से पेपर लीक पर अंकुश लग सकता है।

दोनों पालियों में परीक्षा शुरू होने के दस से पंद्रह मिनट पहले मुख्यालय से एक साथ प्रश्नपत्र केंद्रों को भेजा जा सकता है और हाईस्पीड प्रिंटर कुछ ही मिनट पर प्रश्नपत्र प्रिंट कर देगा। केंद्र निर्धारण नीति में हर केंद्र पर परीक्षार्थियों की अधिकतम संख्या भी तय होती है, ऐसे में उसी के हिसाब से प्रिंटर का प्रबंध करना होगा।

खर्च और परेशानी दोनों कम : हाईस्पीड प्रिंटर से यूपी बोर्ड को हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में पेपर छपवाने, भिजवाने का खर्च बचेगा और सुरक्षित रखने का इंतजाम नहीं करना होगा। ज्ञात हो कि इस परीक्षा के पेपर जिला मुख्यालयों पर डबल लाक में नहीं रखे जाते, बल्कि हर केंद्र पर ही रखे जाते हैं। प्रिंटर भी बीस से तीस हजार में आसानी से मिल जाएगा।

परीक्षा समय सारिणी लीक को विभाग ने छिपाया : यूपी बोर्ड की परीक्षा समय सारिणी घोषित होने से पहले ही लीक हो गई, कुछ इंटरनेट मीडिया पर कार्यक्रम वायरल होने लगा तो अफसरों ने इस पर पर्दा डालने के लिए दूसरे ही दिन वही कार्यक्रम औपचारिक रूप से घोषित कर दिया। बलिया की तरह इस पर न तो किसी की जिम्मेदारी तय हुई और न कोई कार्रवाई की गई।


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