UP Board Exam 2020 : परीक्षा में व्यवधान डाल रहा ध्वनि प्रदूषण, 835 से अधिक शिकायत मिलीं
UP Board Exam 2020 पुलिस परीक्षा के दौरान पढ़ाई में शोर से होने वाले व्यवधान को दूर कराने के लिए कार्रवाई कर रही है।
लखनऊ, जेएननए। वैवाहिक तथा अन्य समारोहों से पैदा होने वाला ध्वनि प्रदूषण बोर्ड परीक्षार्थियों की एकाग्रता में खलल डाल रहा है। बोर्ड परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों की सुविधा के लिए शुरू किए गए पुलिस के अभियान में दो दिन में ध्वनि प्रदूषण की 835 से अधिक शिकायतें मिलीं हैैं।
लखनऊ में ऐसी शिकायतें सबसे ज्यादा है। इनकी संख्या 100 पार कर गई है। पुलिस परीक्षा के दौरान पढ़ाई में शोर से होने वाले व्यवधान को दूर कराने के लिए कार्रवाई कर रही है। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने यह अभियान शुरू किया था। इसके तहत यदि बोर्ड परीक्षा के बीच बैंड-बाजा, पार्टी या सार्वजनिक आयोजनों के बहाने बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान डाला जाए तो बच्चे पुलिस को बुला सकते हैं। बोर्ड परीक्षाओं के दौरान 15 फरवरी से लेकर 31 जुलाई तक पुलिस ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ अभियान चला रही है। इसमें शोर करने वालों को पहले समझाना और फिर कानूनी कार्रवाई किया जाना शामिल है। एडीजी 112 असीम अरुण ने बताया कि आने वाली शिकायतों का विश्लेषण किया जा रहा है। जहां से बार बार शिकायतें आ रहीं हैैं, वहां सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे परिसरों के परमिट, लाइसेंस आदि निरस्त किए जाएंगे।
लखनऊ में नियंत्रण कक्ष स्थापित
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी बोर्ड की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू हो रही हैं। हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाओं में नकल पर अंकुश लगाने के लिए इस बार लखनऊ में राज्य स्तरीय निगरानी एवं नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जहां से पूरे प्रदेश के परीक्षा केंद्रों पर नजर रखी जा सकेगी। अपर सचिव (प्रशासन) शिव लाल ने बताया कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में एक-एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया है और इनके ऊपर एक राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष बनाया गया है जिससे सभी नियंत्रण कक्ष जुड़े रहेंगे। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 7,859 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएंगी।
जिन पर 1,90,000 सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी। परीक्षाओं के सीधे प्रसारण (लाइव वेबकास्टिंग) के लिए इन सीसीटीवी कैमरों को राउटर एवं ब्रॉडबैंड से जोड़ा गया है। इस बार 938 संवेदनशील और 339 अति संवेदनशील केंद्रों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी जो परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों पर नजर रखेगा। 2020 की हाईस्कूल की परीक्षा में 30,22,607 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 25,84,511 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। हाईस्कूल की परीक्षा 3 मार्च को और इंटरमीडिएट की परीक्षा 6 मार्च को समाप्त होगी। इन परीक्षाओं के परिणाम 25 अप्रैल तक घोषित करने की संभावना है।