UP Board 10th & 12th Result 2020 : सफलता प्रतिशत में लड़कियां तो मेरिट में लड़के आगे
UP Board 10th 12th Result 2020 इस बार यूपी बोर्ड के रिजल्ट में लड़के व लड़कियों के बीच इस तरह की स्पर्धा दिखी कि मानों वह एक दूसरे से कह रहे हों तुम आगे न हम पीछे।
लखनऊ, जेएनएन। UP Board 10th & 12th Result 2020 : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 का परिणाम शनिवार को घोषित हो गया है। इस बार यूपी बोर्ड के रिजल्ट में लड़के व लड़कियों के बीच इस तरह की स्पर्धा दिखी कि मानों वह एक दूसरे से कह रहे हों, तुम आगे न हम पीछे। यह बात काफी हद वाजिब लगती है, क्योंकि सफलता प्रतिशत में लड़कियां आगे हैं तो मेरिट सूची में लड़कों की भरमार है। हाईस्कूल के जिला टॉपरों में दोनों के बीच बड़ा फासला है, इंटर में वे लगभग बराबरी पर हैं। इतना जरूर है कि 10वीं व 12वीं में पहले नंबर में एक लड़की तो दूसरा लड़का है लेकिन, टॉप थ्री और टॉप टेन में लड़कों ने पिछले वर्षों के प्रदर्शन को पीछे छोड़ते हुए अधिकांश अहम स्थान हासिल किए हैं।
यूपी बोर्ड ने संपूर्ण रिजल्ट के साथ ही प्रदेश से लेकर जिलों तक की मेरिट भी घोषित की है। हाईस्कूल की टॉपर छात्रा तो इंटर में छात्र अव्वल है। टॉप थ्री और टॉप टेन की सूची में लड़कों की संख्या बहुतायत में है। एक-एक स्थान पर कई परीक्षार्थियों ने जगह बनाई है। इसका इसी से अंदाजा लगाइए कि 10वीं में 33 और 12वीं में 11 परीक्षार्थी पहले दस स्थानों पर हैं। छात्र-छात्राओं के बीच एक-दूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ जिलों में भी जारी रही।
हाईस्कूल में करीब 45 जिलों में लड़के शिखर पर हैं तो लड़कियों को 30 स्थान ही मिल सके हैं। वहीं, इंटर में बालक 38 व बालिका 37 जिलों के शीर्ष स्थान पर हैं। यह भी संयोग है कि लड़के व लड़कियों ने करीब 12-12 जिलों में हाईस्कूल व इंटर दोनों के जिला टॉपर का स्थान हथिया लिया है। कुछ ऐसे भी जिले हैं जहां पर पहले कई स्थानों पर छात्र और छात्राओं ने शुरुआती स्थान हासिल किया है।
राजकीय कालेजों को दिखाया आईना, वित्तविहीन का ही जलवा : हाईस्कूल व इंटर के परिणाम ने सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की पोल खोल दी है। अफसरों ने जो टॉप टेन सूची जारी की है, उसमें हाईस्कूल में तो सभी छात्र-छात्राएं वित्तविहीन कालेजों के ही हैं, जबकि इंटर में दो स्थानों पर अशासकीय सहायताप्राप्त कालेजों के परीक्षार्थियों ने जगह बनाई है, बाकी स्थान भी वित्तविहीन कालेज झटक ले गए हैं। इसी तरह से जिलों में भी गिने-चुने एडेड माध्यमिक कालेज शिखर पर हैं, बाकी में एकछत्र वित्तविहीन कालेजों ने मेधावी निकालने का रिकॉर्ड बनाया है।