यूपी बीजेपी ने किया बूथ स्तर पर वाट्सएप समूह अनिवार्य, चुनावी तैयारी तेज करने के दिये गए निर्देश
उत्तर प्रदेश में सेक्टर प्रभारी और संयोजकों की प्रशिक्षण कार्यशालाओं के बाद भारतीय जनता पार्टी ने मंडलों में बैठकें आरंभ की हैं। दो श्रेणियों में आयोजित होने वाली बैठकें दो अक्टूबर तक चलेंगी। इन बैठकों में जिला और प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी शामिल होंगे।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में सेक्टर प्रभारी और संयोजकों की प्रशिक्षण कार्यशालाओं के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मंडलों में बैठकें आरंभ की हैं। दो श्रेणियों में आयोजित होने वाली बैठकें दो अक्टूबर तक चलेंगी। इन बैठकों में जिला और प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी शामिल होंगे। बैठकों के जरिये संगठन की कमजोर कड़ी को तलाशने के अलावा बूथ स्तर पर वाट्सएप समूह बनाने पर जोर रहेगा। प्रत्येक बूथ स्तर पर वाट्सएप बनाने और उनको सक्रिय रखने को अनिवार्य किया गया है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए मंडल स्तर की बैठकें दो श्रेणी में आयोजित की जा रही हैं। पहली श्रेणी में मंडल पदाधिकारी और प्रभारी शामिल होंगे व दूसरी श्रेणी में मंडल अध्यक्ष, प्रभारी, सेक्टर संयोजक व प्रभारी उपस्थिति को अनिवार्य किया गया है। उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मंडल स्तर पर पार्टी के छह कार्यक्रमों को अनिवार्य रूप से मनाने के निर्देश भी दिए हैं।
बूथ को मजबूत बनाने की प्राथमिकता : आठ स्थानों पर होने वाले उपचुनाव के अलावा पंचायत व विधान परिषद चुनावों पर बैठकों में विशेष फोकस किया जा रहा है। बूथ जीता तो चुनाव जीता फार्मूले पर संगठन तैयार करने के लिए स्थानीय सामाजिक समीकरण को ध्यान रखने को कहा जा रहा है। सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व बनाए रखने के साथ निष्क्रिय पदाधिकारियों को चिन्हित करके सक्रिय कार्यकर्ता को मौका दिया जाएगा। प्रत्येक बूथ स्तर पर वाट्सएप बनाने और उनको सक्रिय रखने को अनिवार्य किया है। सरकार की विभिन्न योजनाओं का आम जन तक लाभ पहुंचाने के साथ स्थानीय स्तर पर आ रही दिक्कतों को दूर कराने को भी कहा गया है।
छह कार्यक्रम बनाना जरूरी : उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मंडल स्तर पर पार्टी के छह कार्यक्रमों को अनिवार्य रूप से मनाने के निर्देश भी दिए हैं। भाजपा का स्थापना दिवस, आंबेडकर जयंती, श्यामा प्रसाद मुखर्जी जयंती, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंयती, अटल बिहारी वाजपेयी जयंती व पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम अनिवार्य रूप से किए जाने चाहिए।
सोशल मीडिया पर सक्रियता : मंडल और सेक्टर स्तर के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने और विरोधियों के दुष्प्रचार का तर्क संगत व शालीनता से जवाब देने को भी कहा जा रहा है। आपसी संवाद व संपर्क के लिए डिजीटल माध्यमों काअधिक प्रयोग की हिदायत भी दी जा रही है।