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साइबर इकोनामिक फ्रॉड की जड़ें खोदने UP ATS का दिल्ली में डेरा, पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेजे गए 14 आरोपित

ग्राहकों की आइडी से फर्जी तरीके से सिम कार्ड हासिल कर ऑनलाइन खाता खोलने और उसके जरिये कार्ड लेस ट्रांजेक्शन करने वाले शातिर यूपी एटीएस के हत्थे चढ़े हैं। पश्चिमी यूपी के संभल मुरादाबाद और अमरोहा से नौ शातिर पकड़ने के बाद पांच आरोपित दिल्ली से पकड़े गए हैं।

By Umesh Kumar TiwariEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 08:50 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 08:51 PM (IST)
साइबर इकोनामिक फ्रॉड की जड़ें खोदने UP ATS का दिल्ली में डेरा, पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेजे गए 14 आरोपित
साइबर इकोनॉमिक फ्रॉड करने वाले गिरोह के 14 सदस्यों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेज दिया गया है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। साइबर इकोनॉमिक फ्रॉड करने वाले गिरोह का राजफाश करने के बाद उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (यूपी एटीएस) की नजर इस नेटवर्क के विदेशी कनेक्शन पर टिकी हुई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नौ आरोपितों के बाद दिल्ली के विभिन्न इलाकों से दबोचे गए पांच शातिर भी लखनऊ लाए गए। गिरोह के इन 14 सदस्यों को सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेजने के बाद इनसे पूछताछ के लिए एटीएस ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है।

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ग्राहकों की आइडी से फर्जी तरीके से सिम कार्ड हासिल कर ऑनलाइन खाता खोलने और उसके जरिये कार्ड लेस ट्रांजेक्शन करने वाले शातिर यूपी एटीएस के हत्थे चढ़े हैं। शनिवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संभल, मुरादाबाद और अमरोहा से नौ शातिर पकड़ने के बाद पांच आरोपित रविवार को दिल्ली से पकड़े गए। उन्हें भी लखनऊ लाया गया है। इनमें उत्तमनगर निवासी विशाल गुप्ता, उमंग त्यागी, लोकेश उर्फ सोनू, विशेष शर्मा उर्फ विशु और नजफगढ़ निवासी हर्ष गौरव उर्फ राडो उर्फ लाडो शामिल हैं।

इन सभी को सोमवार को न्यायालय में पेशी के बाद सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेज दिया गया। इनसे पूछताछ कर जानकारी जुटाई जाएगी कि अब तक कुल कितने रुपये का ट्रांजेक्शन इन अवैध खातों से किया गया है और वह पैसा किस काम के लिए कहां से आया। चूंकि, इस गिरोह में विदेशी नागरिकों के शामिल होने की पुष्टि हुई है, इसलिए मामले की गंभीरता को देखते हुए टेरर फंडिंग की आशंका से एटीएस ने दिल्ली में छानबीन शुरू कर दी है।

गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश है, क्योंकि अभी इन गिरफ्तार अभियुक्तों से लगभग 250 प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड ही बरामद हुए हैं, जबकि इनके द्वारा दिल्ली में करीब 1500 सिम बेची गई हैं। इससे नेटवर्क बहुत बड़ा होने की आशंका है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले जासूसी के आरोप में एटीएस ने पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किया था। सौरभ की पत्नी पूजा सिंह के खाते में ऐसे ही एक ऑनलाइन खाते से रकम भेजी गई थी। वहीं से इस रैकेट का भी पता चला।


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