साइबर फ्राड में गिरफ्तार चीनी नागरिकों का साथी इंजीनियर भी चढ़ा UP ATS के हत्थे, अब चाइनीज दंपती की तलाश
Chinese Engineer Arrested चाइजीन नागरिकों को दिए 500 प्री-एक्टीवेटेड सिम। एटीएस को चाइजीन दंपती की भी तलाश। तीन चाइनीज आरोपितों से आज आमने-सामने होगी पूछताछ। टेरर फंडिंग की आशंका पूछताछ खोलगी कई राज। इससे पहले दो चीनी नागरिक एटीएस गिरफ्तार कर चुकी है।
लखनऊ[राज्य ब्यूरो]। Chinese Engineer Arrested: आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने फर्जी दस्तावेज के जरिए सिम हासिल कर लाखों के साइबर इकोनॉमिक फ्राड के मामले में एक और चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है। आरोपित सुन जी यिंग को मंगलवार को हरियाणा के गुरुग्राम से पकड़ा गया। उसने बीजिंग से इंजीनिरिंग की पढ़ाई की थी और वहां तीन साल तक काम भी किया था। एटीएस ने इससे पहले चीनी नागरिक पोचंली टेंगली उर्फ ली टेंग ली और जू जुंफू को गिरफ्तार किया था, जिनसे पूछताछ में सुन जी की भूमिका सामने आई थी।
एटीएस ने सुन जी को बुधवार को लखनऊ कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। एटीएस को तीनों आरोपितों की सात दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड मिली है। रिमांड अवधि गुरुवार सुबह से आरंभ होगी। एटीएस अब तीनों को रिमांड पर लेकर द्विभाषीय की मदद से तीनों से आमने-सामने पूछताछ करेगी। एटीएस अब चाइनीज दंपती की तलाश कर रही है।
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दिल्ली में खोले थे कई कई ऑनलाइन खाते: फर्जी आइडी पर लिए गए प्री-एक्टीवेटेड सिम के जरिए गिरोह ने दिल्ली में कई ऑनलाइन खाते खोले थे, जिनमें लाखों रुपये जमा कराए गए थे। इन खातों में आइ रकम को कार्डलेस ट्रांजेक्शन के जरिए निकाला भी गया था। एटीएस ने इस मामले में अब तक कुल 15 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें तीन चीनी नागरिक हैं।
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चीनी दंपती की डिमांड पर उपलब्ध कराए थे 500 प्री-एक्टीवेटेड सिम कार्ड: एटीएस अधिकारियों के अनुसार, सुन जी यिंग ने पूछताछ में बताया कि वह चीनी दंपती के संपर्क में था। वह गुरुग्राम में एक होटल का संचालन करता है। दंपती के कहने पर उसने अन्य चीनी नागरिकों को करीब 500 प्री-एक्टीवेटेड सिम कार्ड उपलब्ध कराए हैं। जिन चीनी नागरिकों को सिम उपलब्ध कराए गए हैं, उनमें अधिकांश चीन में ही रहते हैं और उससे वी-चैट एप के जरिए जुड़े थे। होटल संचालक दंपती के निर्देश पर 500 भारतीय मोबाइल नंबरों पर वाट्सएप रजिस्ट्रेशन के लिए जनरेटड ओटीपी को वी-चैट और वाट्सएप चैट के जरिए चाइनीज नागरिकों से शेयर किया गया था। हालांकि, वह यह जानकारी नहीं दे सका कि भारतीय नंबरों पर एक्टीवेटेड वाट्सएप कहां और किनके द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है।
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टेरर फंडिंग की आशंका, पूछताछ खोलगी कई राज: सुन जी यिंग का बिजनेस वीसा जनवरी माह में ही समाप्त हो चुका है। बीते एक साल के भीतर करीब 1000 सिम होटल संचालक चाइनीज दंपती को दिए जाने की बात सामने आई है। दोनों की तलाश की जा रही है। आरोपितों से पूछताछ में कई बड़े तथ्य अब सामने आएंगे। पूरे मामले में टेरर फंडिंग की आशंका भी है। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो सका है कि आनलाइन खातों में रकम कहां से भेजी जा रही थी और उसका इस्तेमाल कहां हो रहा था।