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यूपी एटीएस तथा वाराणसी पुलिस की गिरफ्त में बड़ा जालसाज

आइजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि एटीएस को इसकी सूचना मिली थी कि मोहम्मद कामरान अपने को भारतीय स्टेट बैंक का मैनेजर बताया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 02 Jan 2018 03:53 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jan 2018 03:54 PM (IST)
यूपी एटीएस तथा वाराणसी पुलिस की गिरफ्त में बड़ा जालसाज
यूपी एटीएस तथा वाराणसी पुलिस की गिरफ्त में बड़ा जालसाज

लखनऊ (जेएनएन)। छद्म नाम से जालसाजी करने वाले शातिर को आज उत्तर प्रदेश एटीएस व वाराणसी पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर अपनी गिरफ्त में लिया है। बिहार के भागलपुर निवासी मोहम्मद कामरान रजा यहां किराए पर कमरा लेकर रह रहा था।

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आइजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि एटीएस को इसकी सूचना मिली थी कि मोहम्मद कामरान अपने को भारतीय स्टेट बैंक का मैनेजर बताया है। वाराणसी जेल के पास अविनाश कुमार सिंह नाम से एक व्यक्ति किराए का मकान लेकर रह रहा है जो अपने को एसबीआई बैंक का मैनेजर बताता है। जिसकी गतिविधियां संदिग्ध हैं।

इस सूचना को मिलने के बाद एटीएस की वाराणसी यूनिट ने जांच की तो बता चला कि उसका मासिक खर्च दो लाख रुपया है। अविनाश कुमार सिंह सुभद्रा कालोनी जेल रोड पर रविशंकर राय के मकान में दस हजार रूपये किराया दे कर रहता है। एक नौकर रखता है, जिसे दस हजार रूपये महीना देता है। उसके पास तीन गाडिय़ां दो स्विफ्ट डिजायर, एक इटियॉस व एक स्कूटी है। वह अक्सर हवाई जहाज से दिल्ली आता-जाता है। इसका मासिक खर्च लगभग दो लाख रूपये है। 

इसका असली नाम कामरान रजा पुत्र मोहम्मद अनीस-उल निवासी ग्राम-इमादपुर समस्तीपुर थाना-शाहकुंड, जनपद-भागलपुर  बिहार है। इसी नाम से यह हवाई जहाज के  टिकट बुक कराता था तथा होटल में रुकता था। इसका किसी भी बैंक में काम करना नही पाया गया। वह लोगों को धोखा देने एवं ठगी करने के लिए अपने को एसबीआई का मैनेजर बताता था।

वह एक कूटरचित एसबीआई मैनेजर का परिचय-पत्र दिखाकर लोगों को प्रभाव में लेता था। जांच में इस व्यक्ति का कई लड़कियों से संबंध होना तथा उनसे मोबाइल फ़ोन पर लम्बी-लम्बी बात करना प्रकाश में आया है। आज रात को उत्तर प्रदेश एटीएस व वाराणसी पुलिस द्वारा कामरान रजा उर्फ अविनाश कुमार सिंह को हिरासत में लेकर प्रारम्भिक पूछताछ में कई लोगों से ठगी करने करने की बात प्रमाणित हुई है। इसके बाद उसके खिलाफ थाना शिवपुर वाराणसी पर पंजीकृत किया गया। 

अब उससे पूछताछ की जा रही है। उससे पता किया जा रहा कि वह वाराणसी जेल के पास छद्म  नाम से क्यों रहा था। कही जेल में बंद किसी अपराधी से इसका कोई सम्बन्ध तो नहीं। अभियुक्त कई लड़कियों के साथ महिलाओं से लगातार लम्बी लम्बी बातें कर रहा था। उसने अब तक कितने लोगों से ठगी की है।


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