UP Assembly Election 2022: कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा की माइक्रो प्लानिंग तैयार, प्रसिद्ध मंदिरों व दरगाहों पर भी जाएंगे नेता
UP Assembly Election 2022 कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा के तहत उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पांच यात्राएं निकालने की योजना है। पहली यात्रा सहारनपुर से बरेली दूसरी झांसी से लखनऊ तीसरी अयोध्या से जौनपुर चौथी पिंडरा (वाराणसी) से बाराबंकी और पांचवीं आगरा से बलरामपुर तक प्रस्तावित है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी अभियान के शंखनाद के लिए इसी माह के दूसरे पखवारे में शुरू की जाने वाली 'कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा' के लिए माइक्रो प्लानिंग कर ली है। 12242 किलोमीटर लंबी इस यात्रा के दौरान 103 विधानसभा क्षेत्रों को मथने की तैयारी है। 500 से ज्यादा गांवों से संपर्क के अलावा यात्रा के दौरान लोगों से संवाद के लिए 750 से ज्यादा सभाएं आयोजित करने का इरादा है। यात्रा के माध्यम से 3.2 लाख लोगों तक जमीनी पहुंच बनाने की मंशा है तो फोन पर मिस्ड काल के जरिये 2.5 लाख लोगों के रजिस्ट्रेशन की भी योजना है।
पांच यात्राएं निकालने का इरादा : कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा के तहत उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पांच यात्राएं निकालने की योजना है। पहली यात्रा सहारनपुर से बरेली, दूसरी झांसी से लखनऊ, तीसरी अयोध्या से जौनपुर, चौथी पिंडरा (वाराणसी) से बाराबंकी और पांचवीं आगरा से बलरामपुर तक प्रस्तावित है।
किसानों, युवाओं और महिलाओं पर खास फोकस : यात्रा के दौरान किसानों, महिलाओं और युवाओं को साधने पर खास फोकस होगा। लोगों के बीच पैठ बनाने के लिए यात्रा के दौरान कांग्रेसी नेता क्षेत्र के प्रसिद्ध मंदिरों और दरगाहों पर भी जाएंगे। गांवों में संपर्क और संवाद का दायरा बढ़ाने के लिए जगह-जगह नुक्कड़ सभाएं आयोजित की जाएंगी। प्रत्येक ब्लाक मुख्यालय पर जनसभा आयोजित करने का इरादा है। जनसभा के आयोजन की जिम्मेदारी उस विधानसभा क्षेत्र के टिकट के लिए आवेदन करने वाले पर होगी।
सामुदायिक भोज-रात्रिभोज के जरिये बढ़ाएंगे घनिष्ठता : विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस अनुसूचित जातियों, अल्पसंख्यकों, अन्य पिछड़ा वर्ग और ब्राह्मणों पर नजरें गड़ाए है। इन समुदायों से निकटता बढ़ाने के लिए कांग्रेसी नेता यात्रा के दौरान गांवों में उनके साथ भोज भी करेंगे। जिन जिलों से यात्रा गुजरेगी, वहां के प्रभावशाली और प्रतिष्ठित लोगों मसलन डाक्टरों, अधिवक्ताओं, स्थानीय नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, जिला पंचायत पदाधिकारियों के साथ रात्रिभोज के भी कार्यक्रम होंगे। रात्रिभोज के आयोजन का दायित्व जिला कमेटी निभाएगी।
घर-घर संपर्क पर भी जोर : यात्रा के नेतृत्वकर्ताओं से अपेक्षा है कि जिस गांव में वे समुदायों के साथ भोज करें, उसी गांव के कम से कम 50 घरों में जाकर व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें। यात्रा की सफलता के लिए उम्मीदवार/टिकट के आवेदक और पार्टी संगठन दोनों को सक्रिय करने की योजना भी तैयार की गई है। किसी ईवेंट से पहले उम्मीदवार/टिकटार्थी को 50 वालंटियर लगाने होंगे जो विधानसभा क्षेत्रके 50 गांवोंमें तीन दिनों तक 7500 परिवारों से संपर्क करेंगे। वालंटियर लोगों से फार्म भरवा कर उनका पंजीकरण करेंगे। उन्हें ईवेंट में आमंत्रित करेंगे और मिस्ड काल के माध्यम से उनका रजिस्ट्रेशन करेंगे। वहीं पार्टी के स्तर पर जिला व ब्लाक कमेटी और फ्रंटल संगठनों को पार्टी के 50 कार्यकर्ताओं को विधानसभा क्षेत्रों के 30 गांवों में भेजकर 4500 परिवारों को इसी प्रकार जोडऩा होगा।
प्रचार-प्रसार पर भी जोर : यात्रा के प्रचार-प्रसार के भी इंतजाम होंगे। यात्रा और उसके दौरान होने वाले कार्यक्रमों का प्रचार बैनर, पोस्टर और वाल पेंटिंग के जरिये किया जाएगा। शहरों और बाजारों में मोटरबाइक रैलियां भी प्रस्तावित हैं। प्रत्येक रैली में कम से कम 300 मोटरसाइकिलें होंगी। इसके आयोजन की जिम्मेदारी युवा कांग्रेस/एनएसयूआइ के जिलाध्यक्षों और टिकट के आवेदकों पर होगी।