Reopen Universities and Colleges: कॉलेजों के खुले दरवाजे पर कम पहुंचे स्टूडेंट्स , प्रोटोकॉल का किया गया पालन
लखनऊ में कोरोना काल में करीब आठ महीने बाद कालेजों में आफलाइन पढ़ाई शुरू हुई। हालांकि पहले दिन शहर के कालेजों में छात्र छात्राओं की उपस्थिति उत्साहजनक नहीं रही। ज्यादातर अभिभावकों ने आनलाइन पढ़ाई के लिए ही सहमति दी है।
लखनऊ, जेएनएन। 100 वें स्थापना दिवस समारोह को लेकर विश्वविद्यालय के परिसर में शैक्षणिक कार्य शुरू नहीं किए गए मगर अनेक कॉलेजों में पढ़ाई का आगाज हुआ। केकेसी, डीएवी, महिला, क्रिश्चियन और आइटी कॉलेजों कुछ कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं। इसके साथ ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी हैं। बहुत कम विद्यार्थी ही पढ़ने के लिए कॉलेजों में पहुंचे। सभी जगह प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करवाया गया है, ताकि किसी तरह से कोविड का संक्रमण कॉलेज में न फैले। राजधानी के प्रमुख शिया कॉलेज में ऑफलाइन पढ़ाई का आगाज अभी नहीं किया गया है।
राज्य सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों आर कॉलेजों को सामान्य पढ़ाई के लिए सोमवार से खोलने का आदेश दिया था। जिसके बाद अनेक कॉलेजों के गेट खुल गए। केकेसी के प्राध्यापक डॉ नागेश्वर पांडेय ने बताया कि हमने मास्टर्स में सभी कक्षाओं में 50 फीसदी उपस्थिति के साथ कॉलेज शुरू कर दिए हैं। जबकि स्नातक में केवल तीसरे और पांचवें सेमेस्टर में पढ़ रहे विद्यार्थियों को बुलाया गया था। जिनमें से अधिक विद्यार्थी नहीं आए। जो आए उनके साथ कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन करवाया गया। जिसमें सैनिटाइजेशन, थर्मल स्क्रीनिंग के अलावा शारीरिक दूरी के मानकों का ख्याल रखा गया।
महिला कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ निशा गुप्ता ने बताया कि हमने सुबह और शाम की शिफ्ट में दो दो घंटों के लिए छात्राओं को बुलाया था। कला संकाय की छात्राएं सुबह 10 से 12 बजे और विज्ञान वर्ग की छात्राएं दोपहर दो से चार बजे के बीच आईं। जिनमें से आधी छात्राओं को बुलाया गया। निशा गुप्ता ने बताया कि इससे पहले हम ऑनलाइन कक्षाएं चला रहे हैं जो अब भी जारी रहेंगी। 30 नवंबर तक प्रवेश, छात्रवृत्ति और अन्य जरूरी काम भी होंगे। जबकि एक दिसंबर से ऑनलाइन-ऑफलाइन दोनेां तरह की कक्षाएं जारी रखी जाएंगी। क्रिश्चियन कॉलेज में अभी प्रैक्टिकल और असाइनमेंट वाले छात्रों को बुलवाया गया है। फिलहाल कुछ छात्र बढ़े हैं मगर नियमित पढ़ाई नहीं हो रही है। शिया कॉलेज के प्रिंसिपल मोहम्मद मियां ने बताया कि हमने क्षेत्राधिकारी और डीएम से अनुमति मांगी है। उनकी अनुमति मिलते ही नियमित पढ़ाई शुरू होगी। फिलहाल प्रैक्टिकल वाले छात्रों को ही बुलाया जा रहा है।
छात्राओं की कम उपस्थिति के बीच शुरू हुई क्लासेज
कोरोना काल में करीब आठ महीने बाद कालेजों में आफलाइन पढ़ाई शुरू हुई। हालांकि शहर के महिला कालेजों में छात्राओं की उपस्थिति उत्साहजनक नहीं रही।ज्यादातर अभिभावकों ने आनलाइन पढ़ाई के लिए ही सहमति दी है।
नवयुग कन्या महाविद्यालय की प्रिंसिपल सृष्टि श्रीवास्तव ने बताया कि बीएससी- भौतिक विज्ञान तृतीय वर्ष, रसायन विज्ञान प्रथम वर्ष, बीए प्रथम वर्ष में राजनीति विज्ञान और मनोविज्ञान और बीकॉम में पाचवें सेमेस्टर की छात्राओं को बुलाया गया। जिन विभागों में विषयों के दो-दो शिक्षक हैं। उनमें से एक ने आनलाइन और एक ने आफलाइन क्लासेज ली। तीन हजार से ज्यादा छात्राएं पंजीकृत हैं, जिसमें 200 छात्राएं ही मौजूद रहीं। छात्राएं आनलाइन पढ़ाई को ज्यादा प्राथमिकता दे रहीं।
अवध गर्ल्स डिग्री कालेज में पहले दिन प्रथम वर्ष की छात्राओं के ही बुलाया गया। प्राचार्य उपमा चतुर्वेदी ने बताया कि सप्ताह में दो-दो आफलाइन क्लास और बाकी आनलाइन पढ़ाई होगी। कल सेकेंड ईयर की छात्राएं और परसों तृतीय वर्ष की छात्राओं की क्लास होगी।
आइटी कालेज में भी दस प्रतिशत से भी कम छात्राएं मौजूद रहीं। प्रिंसिपल विनीता प्रकाश ने बताया कि अधिकतर ने आनलाइन कक्षाओं का विकल्प ही चुना है। वहीं, महिला महाविद्यालय में एक दिसंबर से आफलाइन कक्षाएं शुरू की जाएंगी। कुछ छात्राएं फिलहाल छात्रवृत्ति संबंधी कामों के लिए कालेज आ रही हैं। उधर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस महिला महाविद्यालय में प्रथम वर्ष की कक्षाओं को छोड़कर अन्य में छात्राओं की उपस्थिति बेहद कम रही।