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Union Budget 2023: मायावती ने साधा निशाना, बोलीं- 'बजट पार्टी से ज्यादा देश के लिए होता तो बेहतर होता...'

Union Budget 2023 केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए केंद्रीय बजट (Union Budget 2023) पेश किया। इस बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री ने बड़ी घोषणा करते हुए नौकरी पेशा लोगों को बड़ी राहत दी है।

By Jagran NewsEdited By: Nirmal PareekPublished: Wed, 01 Feb 2023 03:38 PM (IST)Updated: Wed, 01 Feb 2023 03:46 PM (IST)
Union Budget 2023: मायावती ने साधा निशाना, बोलीं- 'बजट पार्टी से ज्यादा देश के लिए होता तो बेहतर होता...'
बसपा प्रमुख मायावती ने दी बजट पर प्रतिक्रिया (सांकेतिक फोटो)

जागरण टीम, लखनऊ, Union Budget 2023: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए केंद्रीय बजट (Union Budget 2023) पेश किया। इस बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री ने बड़ी घोषणा करते हुए नौकरी पेशा लोगों को बड़ी राहत दी है। वित्तमंत्री ने कहा 7 लाख रुपये की आय तक अब कोई टैक्स नहीं लगेगा। इसपर विरोधी दलों की प्रतिक्रिया आने लगी है। बजट की घोषणाओं के बीच यूपी की पूर्व मुख्‍यमंत्री एवं बहुजन समाजवादी पार्टी की प्रमुख मायावती ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।

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मायावती ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना

मायावती ने इस बजट पर अपनी प्रतीक्रिया देते हुए कहा कि, "देश में पहले की तरह पिछले 9 वर्षों में भी केन्द्र सरकार के बजट आते-जाते रहे जिसमें घोषणाओं, वादों, दावों व उम्मीदों की बरसात की जाती रही, किन्तु वे सब बेमानी हो गए जब भारत का मिडिल क्लास महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि की मार के कारण लोवर मिडिल क्लास बन गया, अति-दुखद।"

आगे उन्होंने कहा कि इस वर्ष का बजट भी कोई ज्यादा अलग नहीं। पिछले साल की कमियाँ कोई सरकार नहीं बताती और नए वादों की फिर से झड़ी लगा देती है जबकि जमीनी हकीकत में 100 करोड़ से अधिक जनता का जीवन वैसे ही दांव पर लगा रहता है जैसे पहले था। लोग उम्मीदों के सहारे जीते हैं, लेकिन झूठी उम्मीदें क्यों? सरकार की संकीर्ण नीतियों व गलत सोच का सर्वाधिक दुष्प्रभाव उन करोड़ों गरीबों किसानों व अन्य मेहनतकश लोगों के जीवन पर पड़ता है जो ग्रामीण भारत से जुड़े हैं और असली भारत कहलाते हैं। सरकार उनके आत्म-सम्मान व आत्मनिर्भरता पर ध्यान दे ताकि आमजन की जेब भरे व देश विकसित हो।

मायावती बोलीं- 130 करोड़ लोग अमृतकाल के लिए तरस रहे हैं

मायावती ने आगे कहा, "केन्द्र जब भी योजना लाभार्थियों के आँकड़ों की बात करे तो उसे जरूर याद रखना चाहिए कि भारत लगभग 130 करोड़ गरीबों, मजदूरों, वंचितों, किसानों आदि का विशाल देश है जो अपने अमृतकाल को तरस रहे हैं। उनके लिए बातें ज्यादा हैं। बजट पार्टी से ज्यादा देश के लिए हो तो बेहतर।"

अख‍िलेश यादव ने भी साधा निशाना

बता दें इनसे पहले अख‍िलेश यादव ने भी ट्वीट कर कहा क‍ि, "भाजपा अपने बजट का दशक पूरा कर रही है पर जब जनता को पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी। भाजपाई बजट महंगाई व बेरोज़गारी को और बढ़ाता है। किसान, मजदूर, युवा, महिला, नौकरीपेशा, व्यापारी वर्ग में इससे आशा नहीं निराशा बढ़ती है क्योंकि ये चंद बड़े लोगों को ही लाभ पहुंचाने के लिए बनता है।"

7 लाख रुपये की आय तक अब कोई टैक्स नहीं

आपको बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट सत्र के दौरान आयकर छूट की सीमा को 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 7 लाख रुपये करने की घोषणा की। साथ ही वित्त मंत्री ने टैक्स स्लैब की संख्या को घटाकर 5 और टैक्स छूट की सीमा को बढ़ाकर 3 लाख रुपये करके इस व्यवस्था में टैक्स स्ट्रक्चर को बदलने का भी प्रस्ताव दिया।

रेल मंत्रालय ने खुशी जाहिर की

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किए गए बजट 2023 के बाद रेल मंत्रालय की ओर से खुशी जाहिर करते हुए ट्वीट भी किया गया है। इसमें लिखा है, ‘रिकॉर्ड तोड़ परिव्यय! भारतीय रेलवे को वित्त वर्ष 2013-14 के लिए आवंटित राशि का लगभग 9 गुना ₹2.40 लाख करोड़ का अब तक का उच्चतम पूंजी परिव्यय प्राप्त हुआ है।’


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