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शहीदपथ पर नगर निगम के वाहन में घुसा बाइक सवार, हादसे में दो की मौत

नगर निगम के वाहन में घुसने से दो की मौत। पीजीआइ क्षेत्र में शहीदपथ पर हुआ हादसा। पीछे से भिड़े थे नगर निगम की गाड़ी से।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 31 Oct 2018 11:11 PM (IST)Updated: Thu, 01 Nov 2018 07:23 AM (IST)
शहीदपथ पर नगर निगम के वाहन में घुसा बाइक सवार, हादसे में दो की मौत
शहीदपथ पर नगर निगम के वाहन में घुसा बाइक सवार, हादसे में दो की मौत

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी स्थित शहीदपथ में बुधवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। बिना हेलमेट के तेज रफ्तार बाइक चला रहा 24 वर्षीय युवक अपने साथी के साथ खड़े नगर निगम के वाहन में जा घुसा। हादसे में दोनों की मौके पर मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।

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ये है पूरा मामला 
गोसाईगंज के मस्तेमऊ निवासी राहुल रावत (24)और अमेठी निवासी उसका साथी छोटू उर्फ धीरेंद्र यादव (24) दोनों मजदूरी करते हैं। बुधवार रात दोनों बाइक से तेलीबाग में रहने वाली बहन के घर से लौट रहे थे। इस बीच वृंदावन कॉलोनी के पास शहीदपथ पर खड़ी नगर निगम की स्ट्रीट लाइट ठीक करने वाली गाड़ी में पीछे से जा घुसे। हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। राहगीरों की सूचना दोनों को ट्रामा ले जाया गया। जहां, डॉक्टरों ने उनके मृत होने की पुष्टि की। इंस्पेक्टर पीजीआइ ने बताया कि बाइक चला रहा राहुल और पीछे बैठे उसके साथी छोटू दोनों में से किसी ने हेलमेट नहीं लगा रखा था। सिर में गंभीर चोट आने से उनकी मौत हुई है। अगर वह हेलमेट लगाए होते तो सिर में इतनी गंभीर चोट न आती। घटना की जानकारी पर दोनों के परिवारीजन ट्रामा सेंटर पहुंचे। परिवारीजनों ने बताया कि राहुल के परिवार में उसके चार भाई हैं। 

क्या कहना है पुलिस का?

वहीं, इंस्पेक्टर ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। दोनों के परिवारीजन जो भी तहरीर देंगे उसके आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। 

 

नो स्टापिंग जोन में गाड़ी खड़ी कर सब्जी लेने गए थे कर्मचारी 

लोगों ने बताया कि स्ट्रीट लाइट ठीक करने वाले नगर निगम के कर्मचारियों ने घोर लापरवाही बरती है। हादसे के वह भी जिम्मेदार हैं। वह नो स्टापिंग जोन शहीद पर वाहन खड़ा करके नीचे सब्जी खरीदने चले गए थे। वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि नगर निगम के वाहन के आगे एक आटो समेत दो अन्य वाहन भी नियम विरुद्ध खड़े थे। अगर वह वाहन शहीद पथ पर न खड़ा करते तो शायद हादसा न होता। बता दें, शहीदपथ पर लगातार बढ़ते हादसों के कारण करीब दो साल पहले मंडलायुक्त द्वारा एक जांच कमेटी गठित की गई थी। कमेटी की रिपोर्ट पर 22 किमी लंबे शहीदपथ को नो स्टापिंग जोन घोषित किया गया था, कि यहां पर कोई वाहन नहीं खड़ा होगा। बावजूद इसके शहीदपथ पर वाहन खड़े रहते हैं। 

लाइट ठीक कर रहे थे कर्मचारी 

इंस्पेक्टर ने बताया कि नगर निगम के कर्मचारी शहीदपथ की स्ट्रीट लाइट ठीक कर रहे थे। उन्होंने जब वाहन सड़क पर खड़ा किया तो उसे किनारे लगा दिया था। उसकी लाइटें भी जल रही थी। हालांकि वह गाड़ी खड़ी करके नीचे चले गए थे। इस कारण मृतकों के परिवारीजन जो भी तहरीर देंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।


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