अंसल टाउनशिप घोटाला: एपीआई से करोड़ों का फंड हुआ डाइवर्ट, कंपनी के जाल में फंसे दो हजार निवेशक Lucknow News
लखनऊ अंसल टाउनशिप घोटाला में करोड़ों रुपयों का पैसा डायवर्ट कर दिये गए। अब तक गोल्फ सिटी की 91 परियोजनाओं का ऑडिट हुआ।
लखनऊ, जेएनएन। एपीआइ अंसल ने सुशांत गोल्फ सिटी के लिए जो पैसा निवेशकों से जमा कराया था, वह कहीं और लगा दिया। दूसरी ओर दो हजार निवेशक कंपनी के जाल में फंसे हुए हैं। अब न उसके पास जमीन बची है, न पैसा। सारी रिक्त जमीन बैंकों के पास गिरवी हैं। रेरा (रियल इस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी) सदस्य बलविंदर कुमार और भानु प्रताप की पीठ ने सुशांत गोल्फ सिटी के 403 निवेशकों की शिकायत पर सख्त आदेश देते हुए एपीआइ अंसल पर कई प्रतिबंध लगाए हुए हैं।
रेरा सदस्य बलविंदर कुमार के आदेश पर सुशांत गोल्फ सिटी की 91 परियोजनाओं का फॉरेंसिक आडिट हुआ है। करोड़ों रुपये अंसल से डाइवर्ट किए गए हैं। कहां से रुपया आया और कहां गया, इन सारी वित्तीय गड़बडिय़ों का पूरा पोस्टमॉर्टम किया गया है। अब आगे कोई गड़बड़ न हो इसके लिए वित्तीय पर्यवेक्षक रखा गया। पर्यवेक्षक कंपनी के पास आए बजट और उसके उपयोग की जांच की है। कंपनी अपनी बुकिंग अब केवल रेरा की देखरेख में कर रही है।
फॉरेंसिक ऑडिट में पता चला सच
नोएडा अथॉरिटी का ऑडिटर क्यूरी एन्ड ब्राउन ये ऑडिट कराया गया फॉरेंसिक ऑडिट किसी फर्म या व्यक्ति की वित्तीय सूचनाओं के परीक्षण और अदालत में साक्ष्य के रूप में उपयोग के लिए किया जाता है। धोखाधड़ी, गबन या अन्य वित्तीय दावों के लिए इसका उपयोग होता है। इसके माध्यम से वित्तीय गड़बडिय़ों या लापरवाही का पता लगाया जाता है।
दो हजार निवेशक फंसे
बलविंदर कुमार ने बताया कि हमारे पास 403 शिकायतें आई थीं, जबकि कम से कम दो हजार लोग प्रभावित हुए हैं। एक बड़ी संख्या ईडब्ल्यूएस और एलआइजी में निवेश करने वाली कमजोर वर्ग की है। इसमें एक पीआइएल दायर है। 80 फीसद लोग अपने धन की वापसी