लखनऊ के दो लोग कुवैत में लापता-फोन भी स्विच आफ, भारतीय दूतावास से भी नहीं मिल रही मदद
लखनऊ के दो लोग कुवैत में नौ दिन से लापता है। दोनों की पत्नियां उनकी तलाश में दर-दर भटक रही हैं पर कहीं से कोई मदद नहीं मिल रही है। दोनों ने काम के सिलसिले में मालिक से अनबन की बात पत्नियों को बताई थी।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। नौकरी करने कुवैत गए लखनऊ के दो लोगों का पिछले नौ दिनों से पता नहीं चल रहा है। दोनों युवकों की पत्नियां अपने पति की जानकारी प्राप्त करने के लिए भटक रहीं हैं। उन्होंने कुवैत में भारतीय दूतावास से भी संपर्क किया है। हालांकि अब तक दूतावास की ओर से भी उनको कोई मदद नहीं मिल सकी है।
चौक स्थित दरगाह हजरत अब्बास के रहने वाले मोहम्मद अख्तर अब्बास कुवैत में अब्दुल अजीज नासिर के यहां वर्ष 2019 से ड्राइवर हैं। वह 30 मई 2021 को लखनऊ आए और फिर 29 अक्टूबर को वापस कुवैत चले गए। वहां पहुंचकर मोहम्मद अख्तर अब्बास ने अब्दुल अजीज के घर खाना बनाने के लिए दरगाह हजरत अब्बास के ही रहने वाले अपने दोस्त मोहम्मद असद को भी इसी साल मार्च में बुलाया लिया। करीब दो सप्ताह पहले मोहम्मद असद ने लखनऊ में अपनी पत्नी रूबिना फातिमा से फोन पर बात की थी।
मोहम्मद असद ने बताया था कि काम को लेकर उसकी मालिक अब्दुल अजीज नासिर से अनबन हो गई है। वह अब वहां काम नहीं करना चाहता है। जिस पर अब्दुल अजीज नासिर ने उसका पासपोर्ट खो जाने की बात कही। इसके बाद बीती 16 जून को मोहम्मद अख्तर अब्बास ने अपनी पत्नी आफरीन रिजवी और मोहम्मद असद ने अपनी पत्नी रूबिना फातिमा से आखिरी बार फोन पर बात की थी। दोनों ने जब 17 जून को फोन किए तो मोहम्मद अख्तर अब्बास व मोहम्मद अब्बास के मोबाइल फोन स्वीच आफ हो गए। तब से अब तक उन दोनों का कोई पता नहीं चल रहा है।
आफरीन रिजवी और रूबिना फातिमा ने नागरिक सुरक्षा संगठन के पोस्ट वार्डेन हसन मुर्तजा रिजवी की मदद से कुवैत में भारतीय दूतावास को भी इसकी जानकारी दी है। दोनों के पासपोर्ट और वीजा से जुड़े दस्तावेज भी सौंप दिए हैं। अब्दुल अजीज नासिर के परिवारवालों को भी फोन किया है वह वापस भेजने की बात कह रहे हैं लेकिन दोनों से बात नहीं करवा रहे हैं।