आय से अधिक संपत्ति का मामला : अखंड प्रताप सिंह से जुड़ी दो और फाइलें एलडीए से गायब
लखनऊ में पूर्व मुख्य सचिव की आय से अधिक संपत्ति की जांच से जुड़ी कुल तीन फाइलें गायब पहली फाइल के आवंटी सामने आए मगर बाकी दो की कोई जानकारी वेबसाइट पर नहीं।
लखनऊ [ऋषि मिश्र]। पूर्व मुख्य सचिव अखंड सिंह की आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच के लिए सीबीआई गईं दो और फाइलें सीबीआई और एलडीए के बीच गायब हैं। ये दोनों फाइलें भी विश्वासखंड की हैं। ऐसे में प्राधिकरण में हुए इस पूरे खेल पर से पर्दा धीरे धीरे हटता जा रहा है। ये तीनों फाइलें भी प्राधिकरण ने बिना सीजर मेमो और रिसीविंग मेमो के सीबीआई के हवाले करने का दावा किया है। दूसरी ओर, एलडीए की वेबसाइट पर संपत्तियों की जानकारी के तहत इन दोनों प्लाट नंबरों की कोई भी जानकारी उपलब्ध नहीं है। ये दोनों भूखंड पूर्व मुख्य सचिव की बेनामी संपत्ति माने जा रहे हैं।एक भूखंड के आवंटी सामने आ चुके हैं मगर बाकी दो भूखंड के आवंटी अब तक सामने नहीं आए हैं।
विश्वासखंड में भूखंड संख्या 2-350 और 3-350 दोनों की फाइलें भी एलडीए और सीबीआई के बीच चक्कर खाकर गायब हो चुकी हैं। एलडीए का दावा है कि 2007 में सीबीआई के जांच अधिकारी ने प्राधिकरण से ये तीनों फाइलें ली थीं और सभी के अब अपने पास होने से ब्यूरो इन्कार कर रहा है। एलडीए का कहना है कि पूर्व मुख्य सचिव अखंड प्रताप सिंह की आय से अधिक संपत्ति की जांच के मामले में ये फाइलें ली गई थीं। तीनों ही भूखंड की कीमत अब करोड़ोंं रुपए है। जबकि अपने जमाने में ये मात्र कुछ लाख रुपए जमा कर के आवंटित कर दिए गए थे। पहला भूखंड 2-103 के तो आवंटी सामने आ चुके हैं बाकी दो के आना बाकी हैं। पहले भूखंड के आवंटी भाई राकेश कुमार सिंह और राजेश कुमार सिंह के नाम वेबसाइट पर दर्ज हैं मगर बाकी दो भूखंड के बारे में कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं है। एलडीए उपाध्यक्ष शिवाकांत द्विवेदी पहले ही कह चुके हैं कि फाइलें सीबीआई के हवाले की जा चुकी हैं। दूसरी ओर सीबीआई ने फाइलों को देने के लिए सीजर और रिसीविंग मेमो की मांग की है।सीबीआई कोर्ट में 24 को होगी सुनवाईफाइलों के गायब होने के संबंध में एलडीए अपना पक्ष दिल्ली के सीबीआई कोर्ट में 24 सितंबर को रखेगा। प्राधिकरण बताएगा कि किस प्रक्रिया के तहत एलडीए ने सीबीआई को तत्काल में फाइलें दी थीं। इस कोर्ट में भूखंड संख्या 2-103 के आवंटियों ने अपनी फाइलें वापस करवाने की मांग की है।