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सीतापुर महिला अस्पताल के वन स्टॉप सेंटर से भागी दो लड़कियां, 12 घंटे के अंदर बरामद

सीतापुर के जिला महिला अस्पताल में बने महिला कल्याण विभाग का मामला। देर रात भागी दोनों लड़कियों को पुलिस ने बरामद।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Tue, 18 Aug 2020 11:14 AM (IST)Updated: Tue, 18 Aug 2020 11:14 AM (IST)
सीतापुर महिला अस्पताल के वन स्टॉप सेंटर से भागी दो लड़कियां, 12 घंटे के अंदर बरामद
सीतापुर महिला अस्पताल के वन स्टॉप सेंटर से भागी दो लड़कियां, 12 घंटे के अंदर बरामद

सीतापुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में जिला महिला अस्पताल में बने महिला कल्याण विभाग के वन स्टॉप सेंटर से सोमवार देर रात भागी दोनों लड़कियों को पुलिस ने बरामद कर लिया है। शहर कोतवाल तेज प्रकाश सिंह ने बताया कि पूरी रात लड़कियों की तलाश में विभिन्न स्थानों पर दबिश दी गई। मंगलवार सुबह रोडवेज बस से लखनऊ जा रही एक लड़की को इटौंजा के पास पकड़ा गया। 

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खबरी की सूचना पर पुलिस ने संबंधित रोडवेज बस का पीछा कर उसे इटौंजा के पास रोकवा लिया और उस बस में बैठी लड़की को बरामद कर लिया है। जबकि खैराबाद की तरफ जा रही दूसरी लड़की को टेंपो से बरामद किया गया है। शहर कोतवाल ने बताया कि यह दोनों लड़कियां पूर्व में जिस संबंधित युवक के साथ घर से भागी थी, उन्हीं के पास लौट रही थी। यह सब पूरा खेल महिला अस्पताल की एक कर्मचारी की मिली हुआ से संभव हुआ है। शहर कोतवाल ने बताया कि संबंधित मामले में अभी पूछताछ चल रही है। पूरा मामला खुल जाने के बाद दोषी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

यह था मामला

महिला अस्पताल के वन स्टॉप सेंटर में सोमवार देर शाम 8:30 बजे के दौरान वहां पुलिस की सुरक्षा में मौजूद तीन लड़कियों में से दो लड़कियों ने भागने की प्लानिंग बनाई थी। इसमें एक लड़की मछरेहटा की तो दूसरी सिधौली क्षेत्र की शामिल थी। इन दोनों लड़कियों ने सेंटर के बाहर मौजूद महिला पुलिस कर्मियों को तीसरी लड़की के बाथरूम में गिर जाने की बात कही। बाथरूम में जाकर उस लड़की को देखने को कहा। इन शातिर लड़कियों के बहकावे पर महिला पुलिसकर्मी बाथरूम में जा पहुंची और वहां जैसे ही बाथरूम में घुसी, कि इन दोनों लड़कियों ने बाहर से उसकी सिटकनी बंद कर दी और फिर दोनों लड़कियां सेंटर से लापता हो गई थी।

कर्मचारी के मामले में पुलिस को चला पता

शहर कोतवाल तेज प्रकाश सिंह ने बताया कि जिन लड़कियों को वन स्टॉप सेंटर से भगाने में जिला महिला अस्पताल की कर्मचारी ने सहयोग किया है उसके बारे में खबर लग गई है। उन्होंने बताया कि संबंधित कर्मचारी ने इन दोनों लड़कियों को अस्पताल परिसर में ही स्थित अपने आवास पर रात में रोका भी था और सुबह होते ही उन्हें गंतव्य स्थान के लिए रवाना कर दिया था। फिलहाल इस मामले में कई बिंदुओं पर संबंधित लोगों से पूछताछ की जा रही है।


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