बिजली बिल में गबन करने वाले दो कर्मी बर्खास्त, 99.56 लाख का किया था गबन Lucknow News
लखनऊ आठ रसीद बुकों के जरिये किया था गबन। अधिशासी अभियंता के ऊपर भी गिर सकती है गाज कर्मियों से होगी रिकवरी।
लखनऊ , जेएनएन। ग्रामीण बिजली उपभोक्ताओं से वसूला जाने वाला बिजली बिल लेखाकार व लिपिक अपने पास रखते थे। मामले की जांच हुई तो पता चला कि आठ रसीद बुक में तीन रसीद बुक से अधिक का पैसा लेखाकार और बाबू ही खा गए। करीब 99.56 लाख का गबन करने का मामला सामने आया। जुलाई 2017 से चल रही जांच में दोनों कर्मियों को बर्खास्त करते हुए लेखाकार रजनीश कुमार से 57 लाख और लिपिक सर्वेश कुमार चौधरी से 18 लाख रिकवरी के निर्देश दिए गए हैं।
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के कार्मिक एवं प्रशासनिक अधिकारी एससी झा ने बताया कि 400 रसीद में दोनों कर्मियों ने सिर्फ 220 रसीदों का पैसा ही जमा किया। गांवों में डोर टू डोर बिल कलेक्शन करने के दौरान दोनों कर्मियों ने मिलीभगत करते हुए 180 रसीदों का पैसा गबन किया। यह दोनों कर्मी पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं। इनमें सर्वेश कुमार बाराबंकी में अटैच है और लेखाकार रजनीश बरेली में अटैच थे। वहीं तत्कालीन अधिशासी अभियंता नजफ अहमद भी संदेह के घेरे में आ गए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, नजफ जौनपुर में बतौर अधिशासी अभियंता कार्यरत हैं, इनके खिलाफ भी प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर संस्तुति कर दी गई है। सूत्रों की माने तो अधिशासी अभियंता पर भी बड़ी कार्रवाई हो सकती है। क्योंकि इनके कार्यकाल के दौरान ही गड़बड़ी हुई।