अमेठी में सड़क किनारे सो रहे मछुआरों को सीमेंट ग्राइंडर वाहन ने रौंदा, दो की मौत; एक की हालत नाजुक
अमेठी में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की सर्विस रोड पर पुआल बिछाकर सो रहे तीन युवकों को रात के अंधेरे में सीमेंट ग्राइंडर वाहन ने रौंद डाला। मशीन का चक्का चढ़ने से हुसैनपुर निवासी दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गयी। वहीं एक की हालत गंभीर है।
अमेठी, संवाद सूत्र। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की सर्विस रोड पर पुआल बिछाकर सो रहे तीन युवकों को रात के अंधेरे में सीमेंट ग्राइंडर वाहन ने रौंद डाला। मशीन का चक्का चढ़ने से हुसैनपुर के पासिन गांव निवासी दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गयी। वहीं एक की हालत नाजुक है जिसका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
यह है घटना: बाराबंकी जिले की सीमा पर एक नाला है जिसमें मछली पकड़ने का काम आसपास के गांव वाले करते हैं। प्रतिदिन की तरह बुधवार को भी गांव निवासी कुलदीप उम्र 16 वर्ष व प्रदीप 18 वर्ष पुत्र धनीराम, रामचन्द्र उम्र 35 वर्ष पुत्र राम प्रसाद व संजीत उम्र 12 वर्ष पुत्र रामसुख मछली पकड़ने गए हुए थे। नाले के रास्ते पानी के साथ मछलियां न बह जाएं इस डर से वह सब रात में एक्सप्रेस वे के बगल निकले सम्पर्क मार्ग पर सो रहे थे। रात करीब 3.30 बजे एक्सप्रेस वे पर काम करने वाली सीमेंट ग्राइंडर वाहन उसी रास्ते से निकल रही थी। अचानक चालक की लापरवाही से मशीन इन तीनों युवकों पर चढ़ गई। इसमें कुलदीप व राम चन्दर की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं संजीत को गम्भीर चोटें आई हैं। उसका प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्रदीप अलग सो रहा था जब उसने संजीत के चिल्लाने की आवाज सुनी तो उठा। जब तक वह कुछ समझता मशीन का चालक वहां से भाग निकला।
सूचना पर पहुंची पुलिस: मौके पर किसी यात्री द्वारा घटना की सूचना पर पुलिस पहुंची। शांति व्यवस्था को देखते हुए जगदीशपुर, शिवरतनगंज व कमरौली की पुलिस भी आनन फानन घटना स्थल पर पहुंच गई ।सीओ मनोज कुमार यादव ने भी घटना स्थल पर पहुंच कर जायजा लिया।
नही पहुंचा गश्ती दल: हादसे के बाद भी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की कार्यदायी संस्था का न तो कोई जिम्मेदार अधिकारी पहुंचा न ही इस पर गश्त करने वाला गश्ती दल ही। गश्ती दल का वाहन घटना के 6 घंटे बाद वहां पहुंचा।
छा गया मातम: ह्रदय विदारक हादसे की खबर से गांव में मातम छा गया। परिवारीजनों का रो रो कर बुरा हाल है। परिवारीजनों का कहना है कि मछलियों के बह जाने की बात सोच वहां न सोते तो उनकी जान बच गई होती। कुलदीप की मौत के सदमे से उसके मां बाप का बुरा हाल है। राम चन्दर की बेवा मां अपने पुत्र की मौत पर बिलख बिलख कर रो रही है।
बोले सीओ: पुलिस उपाधीक्षक मनोज कुमार यादव कहते हैं कि हादसा ह्रदय विदारक है। शवों को पीएम के लिए भेज दिया गया है। मृतकों व चोटिल के परिवारवालों की यथासंभव मदद की जाएगी।