बदायूं में पुलिस के सामने दो भाइयों की हत्या, छह घर फूंके
लखनऊ। बदायूं जिले के ओझा गांव में मंगलवार को खूनी संघर्ष में पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्ष्
लखनऊ। बदायूं जिले के ओझा गांव में मंगलवार को खूनी संघर्ष में पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच फायरिंग में दो सगे भाई ढेर हो गए। दूसरे पक्ष के दो लोग घायल हो गए। बाद में गुस्सा लोगों ने आधा दर्जन आरोपियों के घर और वाहन फूंक दिए।
ओझा में प्रधानी के चुनाव से ही दो पक्षों कैसर और शौकत अली में रंजिश चली आ रही है। शौकत की पत्नी फराहना मौजूदा प्रधान है। इसी पक्ष से जुड़े सगे भाई शौकत और वैसर की तीन बीघा जमीन थी। कुछ वर्ष पहले शौकत ने अपनी हिस्से की डेढ़ बीघा जमीन पूर्व प्रधान कैसर को बेच दी थी। हालांकि कैसर के भय से वैसर का पुत्र भी अपने हिस्से की डेढ़ बीघा जमीन भूरे को बेचकर गांव छोड़ गया। बताते हैं कि कैसर अपने फुफेरे भाइयों को भूरे की डेढ़ बीघा जमीन पर कब्जा करवाना चाहता था। मंगलवार सुबह कब्जे को लेकर दोनों पक्षों मे फायरिंग शुरू हो गई। तभी कैसर पक्ष ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस को देखकर प्रधान शौकत अली पक्ष के सगे भाई सग्गन और नवासे खेतों में भागने लगे। कैसर ने साथियों की मदद से पुलिस की मौजूदगी में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। फायरिंग में कैसर पक्ष के इब्राहीम और जैरुद्दीन घायल हो गए। भाइयों की हत्या के बाद उनके समर्थकों ने आरोपियों के घर में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। वाहन फूंक दिए। पुलिस को भी खदेड़ दिया। करीब साढ़े तीन घंटे बाद अधिकारी कई थानों की पुलिस और पीएसी के साथ गांव में घुसे। गांव वाले किसी भी कीमत पर लाश उठाने नहीं दे रहे थे। बमुश्किल पुलिस ने दोनों शवों को गांव से उठवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
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