थमा ट्रकों का चक्का, माल की बुकिंग बंद
सब्जी, फल समेत खराब होने वाले माल की बुकिंग रोकी गई, राजधानी लखनऊ में 100 करोड़ का कारोबार हुआ प्रभावित, ट्रांसपोर्टरों ने नहीं की माल की लोडिंग-अनलोडिंग, आपूर्ति बंद होने का असर दिखेगा दो दिन बाद
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट काग्रेस के आह्वान पर चार सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार से देशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते ट्रकों के पहिए थम गए। लखनऊ गुड्स ट्रासपोर्ट एसोसिएशन ट्रक ट्रासपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन और टोटा समेत विभिन्न ट्रक यूनियनों ने ट्रकों का संचालन पूरी तरह रोक दिया है जिससे लखनऊ में करीब दस हजार ट्रकों खड़े रहे। वहीं पूरे सूबे में पांच लाख के करीब छोटे-बड़े व्यावसायिक वाहनों का संचालन नहीं हुआ। इससे अकेले राजधानी लखनऊ में तकरीबन 100 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। ट्रांसपोर्टरों के गोदामों में माल जमा है और उनकी लोडिंग अनलोडिंग नहीं की गई। नए माल की बुकिंग बंद कर दी गई है। इससे जरूरत की चीजों का आवागमन रुक गया है। आपूर्ति न होने से इसका असर आने वाले दो दिनों के भीतर बाजार में दिखने लगेगा। सब्जियों, फल आदि खराब होने वाली चीजों की बुकिंग नहीं ली गई है। हालांकि खाद्य पदार्थ, डीजल, पेट्रोल, गैस सिलिंडर, दूध, जीवन रक्षक आदि दवाओं की गाड़ियों को अभी नहीं रोका गया है।
ट्रांसपोर्टनगर में लखनऊ गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय कुमार छाबड़ा, महामंत्री मुकेश सिन्हा और ट्रक एंड ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश सिंह, शैलेंद्र सिंह, अमनदीप सिंह, जगदीश गुप्ता के नेतृत्व में विभिन्न एसोसिएशन के दर्जनों ट्रांसपोर्ट व्यवसायी जमा हुए। नारेबाजी करते हुए ट्रांसपोर्टनगर में एक वाहन रैली निकाली। उसके बाद पदयात्रा कर प्रदर्शन किया। इस दौरान पदाधिकारियों ने कुछ खुले डिपो देख उनका शटर गिरवा उन्हें बंद करा दिया। पदाधिकारियों ने डीजल की कीमतें कम किए जाने, डीजल कीमतों का त्रैमासिक संशोधन करने, पूरा भारत टोल बैरियर मुक्त हो, तृतीय पक्ष बीमा प्रीमियम पारदर्शिता पर जीएसटी की छूट और एजेंटों को जा रहे कमीशन को समाप्त किया जाने, व्यवसाय पर टीडीएस खत्म किए जाने आदि की मांगे उठाई। भवन सामग्री की भी उठान भी बंद किए जाने का दावा किया गया है।