गैर जिलों के दस हजार Bs4 नए वाहनों का पंजीयन अब अधर में
लखनऊ दूसरे जिलों से अस्थाई नंबर पर खरीदी गई गाड़ियों का स्थायी नंबर न लेने का मामला।
लखनऊ, जेएनएन। गैर जिलों के जिन बीएस फोर मॉडल के दोपहिया और चौपहिया वाहनों का पंजीयन 30 अप्रैल तक नहीं हो पाया है उनका पंजीयन अब अधर में लटक गया है। राजधानी लखनऊ में करीब 152 और प्रदेश भर में करीब दस हजार वाहन बिना स्थाई पंजीयन के हो गए हैं। तमाम चेतावनी के बाद भी वाहनों की इतनी बड़ी संख्या देख अधिकारी हैरत में हैं। चूंकि मामला कोर्ट के निर्देश के बाद तय हुई अंतिम तारीख से जुड़ा है लिहाजा अधिकारी भी सकते में हैं कि इस परेशानी से कैसे निजात पाई जाए।
न्यायालय के निर्देश पर गैर जिलों से टेंपरेरी नंबर पर लिए गए वाहनस्वामियों को पंजीयन कराने के लिए 30 अप्रैल की अंतिम तारीख तय की थी। लॉकडाउन के चलते प्रदेश भर में तकरीबन दस हजार वाहनस्वामियों ने गाड़ियों का स्थाई पंजीयन संभागीय परिवहन कार्यालयों में नहीं कराया। ऐसे में अब बीएस फोर कैटेगरी इन वाहनों का रजिस्ट्रेशन फंस गया है। अगर स्थाई पंजीयन न मिला तो नए वाहनों की कीमत पर भी असर पड़ेगा। फिलहाल पेनाल्टी का विकल्प अभी मौजूद है लेकिन पंजीयन अब बिना न्यायालय की अनुमति के नहीं होना है।
152 वाहन लखनऊ संभाग के
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन संजय तिवारी के मुताबिक लखनऊ संभाग में 152 और प्रदेश भर में तकरीबन दस हजार वाहन है। वहीं परिवहन आयुक्त कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इस पेच के लिए शासन से ही गाइडलाइन मांगी जाएगी। सभी आरटीओ कार्यालयों से ऐसे वाहनों की सूची मांगी गई है। बिना न्यायालय राहत मिलना अब आसान नहीं है। सन मोटर्स के प्रबंधन से जुड़े महाबीर शर्मा का कहना है कि जितनी ऐसी गाड़ियां थीं उनके मालिकों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सूचनाएं भेजी गई थीं। फिर भी कई वाहनस्वामियों ने ध्यान नहीं दिया। अब नए निर्देशों का इंतजार है।