ट्रांसप्लांट के मरीजों को कोरोना का खतरा अधिक, घर पर रहकर रखें सफाई का ध्यान
कोरोना वायरस पर केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर व कोरोना ट्रीटमेंट टीम के एक्सपर्ट डॉ. सुधीर वर्मा ने दिए पाठकों के सवालों के जवाब।
लखनऊ, जेएनएन। किडनी, हृदय, शुगर के रोगी सतर्क रहें। खासकर, ट्रांसप्लांट के मरीजों को कोरोना का सर्वाधिक खतरा है। ऐसे मरीजों में इम्युनोसप्रेशन दवाओं की डोज चलने से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। लिहाजा, शरीर कभी भी संक्रमण की जद में आ सकता है। इन दिनों ये मरीज घर में ही रहें। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। समय पर दवाएं लेते रहें। इलाज कर रहे चिकित्सक से फोन पर संपर्क में रहें। कोरोना की दहशत के बीच पाठकों को उचित चिकित्सकीय परामर्श देने के लिए शुरू किए गए ‘दैनिक जागरण’ के वाट्सएप नंबर पर बुधवार को आए सवालों का जवाब देते हुए केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर व कोरोना ट्रीटमेंट टीम के एक्सपर्ट डॉ. सुधीर वर्मा ने ये बातें कहीं। उन्होंने पाठकों की अन्य बहुत सी उलझनों का समाधान भी बताया।
सवाल- क्या सभी को मास्क लगाना आवश्यक है?
अभय, अयोध्या
जवाब- हेल्थ वर्कर, संक्रमित मरीज के संपर्क में रहने वालों के लिए एन-95 व टिपल लेयर मास्क होते हैं। वहीं सर्दी-जुकाम वाले मरीज बचाव के लिए सामान्य मास्क लगा सकते हैं। वहीं बाहर जाते वक्त आम व्यक्ति कपड़ा वाला मास्क या रूमाल लगा सकता है।
सवाल- क्या सैनिटाइटर का प्रयोग कर कोरोना से बचा जा सकता है?
पंकज, लखनऊ
जवाब- सैनिटाइजर सिर्फ हाथ को विसंक्रमित करने का एक उपाय है। कोरोना से बचाव की गारंटी नहीं है। ऐसे में लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। घर में रहें। साफ-सफाई का ध्यान रखें। पौष्टिक आहार का सेवन करें। भीड़भाड़ से बचें।
सवाल- दो दिन से खांसी बहुत आ रही है। नाक बंद हो जाती है, क्या करें?
मुकेश यादव, बाराबंकी
जवाब- कोई विदेश यात्र नहीं की है, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं, तो घबराएं नहीं। भाप लें, गरारा करें, राहत मिल जाएगी।
सवाल- पांच दिन से बुखार आ रहा है। शरीर में भी दर्द हो रहा है। क्या करें?
महेंद्र, भरावन
जवाब- चार-चार घंटे पर शरीर का ताप मापकर चार्ट बना लें। पैरासीटामाल का सेवन करें। राहत न मिलने पर ब्लड टेस्ट कराकर डॉक्टर से मिलें।
सवाल- जुकाम है, छींक आ रही है, कहीं कोरोना तो नहीं हो गया है?
आलोक, रायबरेली
जवाब- पुरानी समस्या है तो एलर्जिक राइनाइटिस है। वहीं, जल्द दिक्कत शुरू हुई तो सामान्य फ्लू का लक्षण है। भाप लें। राहत मिलेगी।
सवाल- शाम को खांसी बहुत आती है। दिन में नहीं रहती है, क्या हो सकता है?
राम सजीवन, छात्र, गोंडा
जवाब- खांसी की समस्या पुरानी है तो चेस्ट का एक्स-रे करा लें। इसके बाद चिकित्सक को दिखा लें। अधिक दिन तक खांसी का बना रहना ठीक नहीं है।
सवाल- साबुन-पानी से हाथ धुलना या फिर सैनिटाइजर का प्रयोग करना। इनमें सबसे बेहतर क्या है?
आशीष, केजीएमयू पैरा मेडिकल छात्र
जवाब- साबुन से हाथ धुलना बेहतर उपाय है। यह सैनिटाइजर से अधिक सुरक्षित है। बशर्ते हाथ को अच्छी तरह से धुल लें।
सवाल- क्या बाजार से लाई गई सब्जी सुरक्षित है, इसका कैसे उपयोग करें?
राणा सांगा, अंबेडकर नगर
जवाब- बाजार से लाई हुई सब्जी को गर्म पानी में डाल दें। थोड़ी देर में उसे निकाल लें। इसके बाद हाथ धुलकर उसका उपयोग करें।
सवाल- किडनी ट्रांसप्लांट का मरीज हूं। एयरपोर्ट पर जॉब करता हूं। क्या इस समय ड्यूटी करना उचित है?
मनीष, लखनऊ
जवाब- ट्रांसप्लांट के मरीज में इम्युनोसप्रेशन की दवा चलती है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। ऐसे में हाईरिस्क एरिया में जाने से बचें। संक्रमण का खतरा ट्रांसप्लांट के मरीज में अधिक होता है।
सवाल- मीठा खाने पर मुंह में छाले पड़ जाते हैं, क्या बीमारी हो सकती है?
सत्यम, अंबेडकर नगर
जवाब- मीठा खाने से छाले नहीं पड़ते हैं। पेट की गड़बड़ी, खून की कमी, एलर्जी या फिर ऑटो इम्युन डिजीज हो सकती है। डॉक्टर को दिखा लें।
सवाल- लॉकडाउन में घर पर हूं। कमरे में बैठे-बैठे कभी-कभी उलझन होने लगती है, क्या करूं?
एसएस बिष्ट, इंदिरा नगर
जवाब-अधिक देर सोशल मीडिया का इस्तेमाल व टीवी देखने से बचें। व्यायाम, योग कर करें। रचानात्मक कार्यों में मन लगाएं। कोरोना का डर खुद पर हावी न होने दें।
सवाल- शरीर में ऐंठन बहुत हो रही है, क्या हो सकता है?
जतिन, लखीमपुर
जवाब- यदि कुछ दिन से समस्या है तो यह घर में बैठे रहना इसका कारण हो सकता है। छत या बालकनी में टहलें, व्यायाम करें। इस पर भी आराम न मिले तो डॉक्टर को दिखा लें।
सवाल- मम्मी को दो वर्ष से सर्विक्स कैंसर है। कुछ भी खाती हैं तो उल्टी कर देती हैं, क्या करूं?
क्षमा, लखनऊ
जवाब- तैलीय व गरिष्ठ भोजन देने से बचें। एक बार कैंसर डॉक्टर से परामर्श करें।
सवाल- मास्क मिलने में दिक्कत है, क्या रूमाल बांध कर बाहर निकल सकते हैं?
कुलदीप, शामली
जवाब- लॉकडाउन में बाहर निकलने से बचें। यदि जरूरी है तो रूमाल दो लेयर में करके बांध कर जा सकते हैं।
सवाल- कोरोना से बचने के लिए क्या आम इंसान भी हाइड्रोक्लोराक्वीन का सेवन कर सकता है?
अक्षय आनंद, लखनऊ
जवाब- यह दवा सिर्फ कोरोना पॉजिटिव मरीजों की केयर करने वालों को जरूरत पड़ने पर दी जाती है। सामान्य व्यक्ति इस दवा को न लें, इसके अपने साइड इफेक्ट भी हैं।
सवाल- गले में खराश बनी रहती है। सूखापन भी रहता है, क्या करें?
सुधांशु, हरदोई
जवाब- यदि पुरानी समस्या है तो एलर्जी हो सकती है। हाल में दिक्कत शुरू हुई है तो साधारण फ्लू के लक्षण हैं। भाप लें। गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारा करें।
सवाल- क्या एक से अधिक परतों वाला मास्क ही कारगर है?
शुभम, अंबेडकरनगर
जवाब- आम व्यक्ति के लिए मास्क की आवश्यकता नहीं है। वह रूमाल व कपड़ा फोल्ड कर मुंह-नाक ढक सकते हैं।
सवाल- कई लोग बाहर टहलते हैं। क्या सुबह मास्क लगाकर सड़क पर टहलना उचित रहेगा।
डॉ. अखिलेश, लखनऊ
जवाब- बिल्कुल नहीं, लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। बालकनी व छत पर टहलें।
सवाल- क्या घर के पालतू जानवर से भी कोरोना हो सकता है?
आरती, अमेठी
जवाब- देश में अभी कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है। ऐसे में जानवर में भी वायरस के संक्रमण का खतरा नहीं है। अमेरिका में मादा बाघ को संक्रमण हुआ है, मगर भारत में ऐसा कोई केस नहीं है।
दैनिक जागरण’ के वाट्सएप नंबर पर आए सवालों का डॉ. सुधीर वर्मा ने दिया जवाब
कोरोना संक्रमण के खतरे ने सबके लिए कठिनाई पैदा कर दी है। एक तरफ संक्रमण का वास्तविक खतरा है, जिससे बचने के लिए 21 दिन के लॉकडाउन समेत तमाम एहतियात बरते जा रहे हैं। इससे हटकर तरह-तरह की अफवाहों और आशंकाओं ने भी लोगों की मानसिक परेशानी बढ़ा दी है। यदि आप भी ऐसी किसी आशंका, चिंता या भय से ग्रस्त हैं तो आप अपनी बात जागरण के साथ शेयर करिए। हमारी टीम संबंधित विशेषज्ञ से आपकी समस्या का समाधान करवाएगी। विशेषज्ञ का जवाब जागरण के अगले अंक में प्रकाशित किया जाएगा। विशेषज्ञ के परामर्श के लिए आप अपनी परेशानी वाट्सएप नंबर 9838423163 पर मैसेज कर दीजिए। मैसेज में अपना नाम और पता अवश्य लिखें। अपना संदेश आप हमें 12 बजे तक भेज सकते हैं। आपके सवाल के जवाब शुक्रवार के अंक में प्रकाशित किया जाएगा। कृपया मैसेज भेजें, कॉल न करें।