मेट्रो चाैराहे पर सिग्नल तोड़ने पर कटेगा चालान, ऑटोमेटिक होगी ट्रैफिक व्यवस्था
मेट्रो रूट के चौराहों को ऑटोमेटिक सिग्नल के साथ स्प्रिंग बोलाट डिवाइडर से लैस किया जाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। मेट्रो रूट के चौराहों को स्मार्ट बनाने की कवायद शुरू हो गई है। ऐसे सभी चौराहों को ऑटोमेटिक सिग्नल के साथ स्प्रिंग बोलाट डिवाइडर से लैस किया जाएगा। चौराहों को स्मार्ट बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
शुरुआती दौर में हजरतगंज, महाराणा प्रताप चौक, हुसैनगंज, बापू भवन चौक, सचिवालय, अल्का तिराहा हजरतगंज, मेफेयर हजरतगंज, महर्षि वाल्मीकि मार्ग को स्मार्ट बनाने की तैयारी तेजी से चल रही है। इससे जनता को जाम से काफी हद तक राहत मिलेगी। इन चौराहों पर ऐसे हाईस्पीड स्मार्ट कैमरे लगेंगे जो 150 मीटर पहले से ट्रैफिक के लोड का पता कर लेंगे और कंट्रोल रूम को मैसेज भेज देंगे। चौराहों पर लगे मैसेज डिस्प्ले बोर्ड से लोगों को ट्रैफिक लोड, हड़ताल, डायवर्जन समेत सभी जरूरी जानकारी भी मिल सकेंगी। इससे लोग जाम में फंसने से पहले ही अपना रूट भी बदल सकेंगे। चौराहे से ट्रैफिक को गुजरने में जितना समय लगेगा ऑटोमेटिक सिग्नल उसी हिसाब से खुद ब खुद टाइम सेट कर लेंगे।
प्रत्येक चौराहे पर लगेंगे इमरजेंसी कॉल बॉक्स: एएसपी ट्रैफिक ने बताया कि प्रत्येक चौराहे पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स (इसीबी) लगाए जाएंगे। अगर किसी राहगीर को ट्रैफिक से संबंधित कोई भी दिक्कत होगी तो इसीबी में बटन दबाकर अपनी बात कह सकता है, जो कंट्रोल रूम से सुनी जाएगी। अगर किसी वाहन में कोई सामान छूट गया तो भी लोग इसीबी की बटन दबाकर कंट्रोल रूम में सूचना दे सकेंगे। जिसके बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
रूल तोडऩे पर मोबाइल पर जाएगी चालान स्लिप
एएसपी ट्रैफिक ने बताया कि चौराहों पर रूल तोडऩे पर हाई क्वालिटी के स्मार्ट कैमरे से संबंधित वाहनों की नंबर प्लेट रीड करके उनके मोबाइल फोन पर चालान स्लिप भेजने की व्यवस्था होगी। जिनके मोबाइल नंबर पंजीकृत नहीं होंगे उन्हें डाक से घर पर चालान भेजा जाएगा। यह चालान खुद ब खुद जनरेट होंगे।
क्या कहते हैं अफसर?
एएसपी ट्रैफिक रविशंकर निम का कहना है कि मेट्रो रूट वाले चौराहों को स्मार्ट बनाने की दिशा में काम चल रहा है। यहां ऑटोमेटिक सिग्नल से ट्रैफिक व्यवस्था का संचालन होगा। चौराहों पर ऐसे उपकरण लगाए जाएंगे जो लोगों को आकर्षित करेंगे।