लखनऊ: हजरतगंत में एकजुट हुए व्यापारी, किया प्रदर्शन; नेता के इशारे पर दुकान खाली कराने का आरोप
लखनऊ दुकानों का शटर खींच सड़क पर बैठ गए हजरतगंज में काफी देर तक रही अफरातफरी। नाराज व्यापारियों का कहना है कि एक नेता के इशारे पर पुलिस शोरूम को खाली कराने के लिए दबाव बना रही है।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी के हजरतगंज स्थित मुफ्ती की एजेंसी लेने वाले व्यापारी की दुकान खाली कराए जाने को लेकर नाराज व्यापारियों ने मंगलवार को दुकानें बंद कर प्रदर्शन किया। नाराज व्यापारियों का कहना है कि एक नेता के इशारे पर पुलिस शोरूम को खाली कराने के लिए दबाव बना रही है। इससे नाराज व्यापारियों ने दुकानों का शटर बंद कर सड़क पर बैठ गए और जाम लगा दिया। इसकी सूचना लखनऊ व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को हुई। अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल, वरिष्ठ महामंत्री अमरनाथ मिश्रा हजरतगंज अध्यक्ष किशन चंद अंबानी समेत दर्जनों की संख्या में व्यापारी सड़क पर उतर पड़े।
मामला शोरूम चलाने वाले व्यापारी राजीव कुमार से जुड़ा है। उनका कहना है कि जैसे ही दुकान के रिनोवेशन का काम शुरू किया जाता है, पुलिस आकर दबाव बनाने लगती है। जबरन दुकान खाली कराने की साजिश का आरोप लगाते हुए व्यापारी का कहना है कि वह 43 साल से किराएदार हैं। उन्होंने बताया कि इस फरवरी में इस सिलसिले में सहायक वक्फ अधिकारी की ओर से एक नोटिस दी गई थी। जांच के बाद सितंबर माह में माना गया कि यह वक्फ संपति के दायरे में नहीं आती है। इससे उन्हें क्लीन चिट दी गई। बावजूद इसके नेता के इशारे पर दुकान खुलने नहीं दी जा रही है।
व्यापारी का कहना है रिनोवेशन का काम जब काम शुरू कराया तो पता चला दुकान की छत पहले से ही तोड़ी जा चुकी है। उसके एसी और इनवर्टर समेत कई चीजें गायब हैं। इस बात की प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। इसे लेकर काफी देर तक विवाद चलता रहा। इसके बाद हजरतगंज थाने में वार्ता हुई। बात न बनने पर लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ महामंत्री समेत व्यापारी नेता के आवास पर पहुंचे और वार्ता की।
विवाद के निस्तारण के लिए हफ्तेभर की मोहलत व्यापारियों को दी गई है। इस मसले पर हजरतगंज के इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय ने बताया कि दोनों पक्ष के लोगों का मामला न्यायालय में चल रहा है। पुलिस ऐसे मामलों में बिना न्यायालय के हस्तक्षेप नहीं कर सकती है।