दुधवा टाइगर रिजर्व में नहीं चलेगी Toy Train, वाइल्ड लाइफ को खतरा
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के आदेशानुसार लखीमपुर के दुधवा टाइगर रिजर्व में ट्वॉय ट्रेन नहीं चलेगी।
लखनऊ, जेएनएन। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में राज्य सरकार ने बताया कि लखीमपुर के दुधवा टाइगर रिजर्व में ट्वॉय ट्रेन चलाने की उसकी कोई योजना नहीं है। प्रमुख सचिव पर्यावरण कल्पना अवस्थी ने कोर्ट के आदेश के अनुपालन में उसके सामने हाजिर होकर यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव ने इस विषय पर रेलवे, पर्यावरण व वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें यह बताया गया कि ट्वॉय ट्रेन चलाने की योजना पर विचार नहीं किया जा रहा है। इस पर जस्टिस शबीहुल हसनैन व जस्टिस सी डी सिंह की बेंच ने संतुष्टि प्रकट करते हुए मामले की सुनवाई दो सप्ताह बाद करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें, कोर्ट कौशलेंद्र सिंह व अन्य की ओर से दाखिल एक जनहित याचिका पर सुनवायी कर रही थी। याचिका में कहा गया था कि सरकार वाइल्ड लाइफ पर आसन्न खतरे को स्वीकार करती है इसके बावजूद वह दुधवा टाइगर रिजर्व के कोर एरिया से होकर ट्वॉय ट्रेन चलाने की योजना पर काम कर रही है। याची का दावा था कि सरकार ऐसा पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर कर रही है। याचियों की ओर से इज्जतनगर रेलवे यार्ड में खड़ी ट्वॉय ट्रेन के बोगियों की तस्वीरें भी पेश की गईं। साथ ही मीडिया रिपोट्स का हवाला दिया गया।
याचिका पर पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पूरे मामले पर गहरी चिंता प्रकट की थी। न्यायालय ने सरकार के कदम को वाइल्ड लाइफ के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिर्देशों के प्रतिकूल बताते हुए कहा था कि इस प्रकार के कदम से निश्चित तौर पर दुधवा के जानवरों के लिए खतरा बढ़ जाएगा। कोर्ट ने इस सम्बंध में सरकार का पक्ष जानने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को तलब कर लिया। जिसके अनुपालन में प्रमुख सचिव पर्यावरण व वन विभाग कल्पना अवस्थी न्यायालय के समक्ष उपस्थित हुई थी